रामगढ़:झारखंड के रामगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन छात्रों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। तीनों तृतीय वर्ष के छात्र थे। यह दर्दनाक हादसा रजरप्पा थाना क्षेत्र के मुरुबंदा गांव में हुई। कॉलेज भी इसी गांव में है। मृत छात्रों की पहचान बोकारो के अंकित कुमार, गिरिडीह के अभिषेक कुमार और धनबाद के कतरास निवासी रोहन कुमार के रूप में हुई है। घटना रविवार की है।
बताया जाता है कि छुट्टी होने के कारण तीनों छात्र सुबह नहाने के लिए मुरुबंदा तालाब पहुंचे थे। नहाने के दौरान तीनों अचानक गहरे पानी में चले गए। स्थानीय लोग जबतक उन्हें निकालते तब तक वे डूब गए। लोगों ने किसी तरह उन्हें तालाब से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार देने का प्रयास किया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। पुलिस की मदद से तीनों को रामगढ़ सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीनों छात्र पास के ही एक निजी मकान में किराए पर रहते थे। सुबह हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भारी भीड़ तालाब पर जमा हो गई। बताया जाता है कि इंजीनियरिंग कॉलेज में हॉस्टल की पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण आसपास के इलाकों में किराये पर रहकर कई छात्र पढ़ाई करते हैं।
जानलेवा साबित हुई तैराकी सीखने की जिद
मुरुबंदा तालाब में डूबे इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र तैराकी सीखने की कोशिश कर रहे थे। तीनों मुरूबन्दा चौक स्थित एक ही मकान में किराए पर रह रहे थे। पहला युवक रोहन कुमार मालाकार (23) पिता सुरेश मालाकार, कतरास रोड संजय नगर मटकुरिया धनबाद, दूसरा युवक अंकित कुमार सिंह (25) पिता मुन्ना कुमार सिंह एनएच 32 जोधाडीह मोड़ गुरुद्वारा रोड चास बोकारो, तीसरा युवक अभिषेक कुमार (25) पिता श्रीमर प्रसाद सिंह गांव सिमराधाब पोस्ट पलौइंजिया, थाना बिरनी जिला गिरिडीह का रहने वाला था।
क्रिकेट खेलकर नहाने गए थे
तालाब में डूबे तीनों छात्रों में से अंकित व अभिषेक कंप्यूटर साइंस और रोहन इलेक्ट्रिकल में पढ़ाई कर रहा था। तीनों तृतीय वर्ष के छात्र थे। रूम के बगल में ही सुबह से क्रिकेट खेलने के बाद तालाब में नहाने गए थे। नहाने के दौरान एक-दूसरे को बचाने में डूब गए। ग्रामीणों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन वे तीनों गहराई में चले गए।
तालाब में डूबे तीनों छात्रों को तैरने के लिए सिखना महंगा पड़ गया। तीनों छात्र कभी- कभी तालाब नहाने जाते थे। नहाने के दौरान वे सब नहाने के लिए बाल्टी जग ले जाते थे। लेकिन रविवार को अनहोनी होनी थी। उस दिन उनलोग नहाने के लिए बाल्टी-जग नहीं ले गए। वे तैरना सीखने के नीयत से तालाब नहाने गए थे। उन्ही के बगल में नहा रही महिला सरिता देवी ने बताया कि नहाने के पूर्व आपस मे ही तैरने सीखने की बात कर रहे थे। और कह रहे थे कि तैरना सिखना है। बाद में बहुत ही काम आएगा। उसके बाद पहले एक छात्र पानी की गहराई तरफ जाने लगा। तभी दूसरे ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, तभी वह भी गहराई में चला गया। तीसरा छात्र में दोनों को डूबता देख तीसरा ने उसका हाथ पकड़ लिया। तभी वह भी गहराई में चला गया। देखते ही देखते तीनों गहराई में समा गए।
समाजसेवी ने बचाने का किया प्रयास
झामुमो के जिला उपाध्यक्ष सह समाजसेवी चित्रगुप्त महतो, महानन्द महतो सहित कई लोगों ने डूब रहे तीनों छात्र को बचाने का प्रयास किया लेकिन बचा नहीं पाए।
जब तीनों छात्र डूब रहे थे तभी उनलोगों ने एक छात्र का हाथ पकड़ लिया। जब तीनों को खिंचना चाहा तो खींच नहीं पाए। औऱ अंतत: गहराई में चले गए। उसके बाद बांस से खींचकर निकलना चाहा, लेकिन निकाल नहीं पाए। उसके बाद झगर से तीनों को निकाला गया, तबतक तीनों की मौत हो चुकी थी।
घटना की जानकारी जैसे ही मिली आसपास के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। और निकालने का प्रयास करने लगे। रजरप्पा थाना प्रभारी विपिन कुमार सदबदल घटनास्थल पहुंचकर घटना का जायजा लिया।