मुंबई: महाराष्ट्र के कई जिलों समेत मुंबई महानगर में मंगलवार शाम की बारिश ने एक बार फिर शहर की तैयारियों की पोल खोल दी। महज एक घंटे की बारिश में अंधेरी सबवे और दहिसर जैसे इलाकों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने चेताया है कि बुधवार और गुरुवार को मुंबई और आसपास के जिलों में और अधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके मद्देनज़र मुंबई, ठाणे और पालघर में अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
जोगेश्वरी से पवई तक बारिश का आंकड़ा:
मंगलवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में अच्छी खासी बारिश दर्ज की गई। जोगेश्वरी में 63 मिमी, अंधेरी में 57 मिमी, पवई में 38 मिमी, भांडुप में 29 मिमी, जुहू में 24 मिमी, सांताक्रुज़ में 23 मिमी, विलेपार्ले में 21 मिमी, खार में 19 मिमी और दिंडोशी में 18 मिमी बारिश हुई।
अरब सागर से उठी चक्रवाती हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज़
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अरब सागर में बन रही एक मौसम प्रणाली के कारण महाराष्ट्र में मौसम का रुख तेजी से बदल रहा है। कर्नाटक तट के पास अरब सागर के मध्य-पूर्वी क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बनने की संभावना जताई गई है। यह सिस्टम 21 मई से सक्रिय हो सकता है और इसका असर 24 मई तक रह सकता है।
22 मई के बाद हो जाएं सतर्क
मौसम विभाग का कहना है कि 22 मई के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है जो धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए शक्तिशाली रूप ले सकता है। मौसम वैज्ञानिक शुभांगी भूटे ने जानकारी दी कि इस सिस्टम के चलते महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ बिजली चमकने और तेज हवाओं की भी आशंका है।
हवा की रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है
दक्षिण कोंकण, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और मुंबई के कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। कुछ क्षेत्रों में यह रफ्तार और भी अधिक हो सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
समुद्री इलाके खासकर अलर्ट पर रहें
22 से 24 मई के बीच समुद्री इलाकों में ऊंची लहरें और तूफानी हालात बन सकते हैं। रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर और मुंबई के तटीय इलाकों में समुद्र का व्यवहार खतरनाक हो सकता है। मौसम विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने मछुआरों को 21 मई से समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है।
हालांकि, फिलहाल तटीय महाराष्ट्र को सीधे खतरे की कोई संभावना नहीं बताई गई है, लेकिन बदलते हालात को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतना ज़रूरी है।
महाराष्ट्र में मानसून पूर्व बारिश ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में इसका असर और गहराने की संभावना है। मुंबईवासियों से अपील है कि मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।