पटना:शराबबंदी को कड़ाई से लागू करने के लिए नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। शराब के साथ पकड़े गए शख्स को पैसे लेकर छोड़ने वाले मद्यनिषेध के दारोगा समेत तीन कर्मियों को बर्खास्त कर दिया है। एक अन्य मामले में मद्यनिषेध के सिपाही को भी बर्खास्तगी की सजा दी गई है।
वर्ष 2019 में पूर्णिया के दालकोला चेकपोस्ट पर मद्यनिषेध विभाग के दारोगा ने शराब के साथ युवक को पकड़ा था। इस बीच उसे आठ घंटे तक हथकड़ी लगा कर बंद रखा गया। पर पैसे लेने के बाद उसे निर्दोष बताते हुए छोड़ दिया गया। मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग ने जांच की और दोषी पाए गए अपने अवर निरीक्षक अनूप कुमार, सहायक अवर निरीक्षक मो. शोहराब आलम और मद्यनिषेध सिपाही अविनाश कुमार को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया।
इसके साथ ही अवैध शराब कारोबारियों की मदद करने व उनसे पैसे लेने के आरोपी किशनगंज के मद्यनिषेध सिपाही सुधांशु कुमार को भी सेवा से बर्खास्तगी की सजा दी गई है।
इसके अलावा खुद के मकान में किराएदार के सहयोग से शराब का धंधा करने वाले एएसआइ जयशंकर की तीन वार्षिक वेतनवृद्धि पर भी रोक लगाई है।
वहीं, दो अन्य मामले में अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सारण के मद्यनिषेध निरीक्षक अशोक कुमार और गया के मद्यनिषेध सिपाही शशि ऋषि को सुनाई गई सजा को बरकरार रखा है। दोनों को उत्पाद आयुक्त ने क्रमश: पांच और तीन वार्षिक वेतनवृद्धि पर रोक की सजा सुनाई थी।