स्पोर्ट्स डेस्क:ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर ने इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया चौथे टेस्ट के तीसरे दिन संयम दिखाते हुए शानदार बल्लेबाजी की। दोनों ने शनिवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर आठवें विकेट के लिए 127 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। आठवें नंबर पर आए नीतीश ने शतक और नौवें नंबर पर उतरे वॉशिंगटन ने अर्धशतक जड़कर भारत को मुश्किल में घिरने से बचाया। नीतीश 176 गेंदों में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 105 रन बनाकर नाबाद हैं। यह उनका पहला टेस्ट शतक है। वहीं, वॉशिंगटन ने 162 गेंदों में 50 रन जुटाए। उन्होंने अपनी पारी में केवल एक चौका लगाया।
टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
नीतीश और वॉशिंगटन ने एक अनोखा रिकॉर्ड बना डाला है, जो ऑस्ट्रेलिया का सीना छलनी करने से कम नहीं। दरअसल, 147 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक पारी में नंबर-8 और नंबर-9 के बल्लेबाजों ने 150 से अधिक गेंदों का सामना किया। भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों द्वारा बनाया गया यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को लंबे समय तक चैन नहीं लेना देगा। नीतीश और सुंदर की जोड़ी ने साथ ही ऑस्ट्रेलिया में आठवें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी का भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम किया। सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह का रिकॉर्ड टूटने से बाल-बाल बच गया, जिन्होंने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में आठवें विकेट के लिए 129 रनों की पार्टनरशिप की थी।
ऑस्ट्रेलिया में नीतीश ने बनाया रिकॉर्ड
नीतीश ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर नंबर-8 या उससे नीचे बैटिंग करते हुए सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय प्लेयर बन गए हैं। उन्होंने अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा है। कुंबले ने 2008 में एडिलेड में 87 रन की पारी खेली थी। महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने नीतीश के शतक को सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक बताया है। नीतीश ने मुश्किल हालात में ‘संकटमोचक’ की भूमिका निभाते हुए आस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीदों को झटका दिया है। ऑस्ट्रेलिया के 474 के जवाब में भारत का तीसरे दिन स्टंप्स के समय स्कोर 358/9 था। मेलबर्न में पहली पारी में यशस्वी जायसवाल ने 82, विराट कोहली ने 36 और केएल राहुल 24 रनों का योगदान दिया।