आरा:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता अटल बिहार वाजपेयी ने उन्हें सीएम बनाया था। नीतीश ने यह भी दोहराया कि उनसे दो बार गलती हो गई कि वे एनडीए का साथ छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ चले गए थे। उन्होंने कहा कि दो बार वे गलत लोगों के साथ चले गए, लेकिन जब पता चला कि वे गड़बड़ करते हैं तो वापस बीजेपी के साथ आ गए। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि वे अब दोबारा कभी एनडीए छोड़कर नहीं जाएंगे और दाएं-बाएं नहीं करेंगे।
सीएम नीतीश ने शनिवार को भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट विशाल प्रशांत के समर्थन में प्रचार किया और उपचुनाव में एनडीए को जिताने की अपील की। अपने संबोधन में सीएम ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के शासन काल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कथित जंगलराज की याद दिलाते हुए कहा कि वे लोग (आरजेडी) सिर्फ मुस्लिमों का वोट लेते थे, अल्पसंख्यकों को लिए कोई काम नहीं किया। हम सबके लिए काम करते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश ने भागलपुर दंगे की याद दिलाते हुए कहा कि जब तक हम हैं, हिंदू हों या मुस्लिम, सबके लिए काम करेंगे। हमने काम किया है, इसलिए आपके बीच आए हैं। कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई। 2016 से मंदिरों की भी घेराबंदी करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में कुछ काम नहीं हुआ था। हम जब से सत्ता में आए हैं काम कर रेह हैं। उस समय जन्मे लोगों की उम्र अब 18-19 साल हो गई है। उन्होंने जेडीयू अध्यक्ष नीतीश ने सहयोगी पार्टी बीजेपी से अपने गहरे संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि वाजपेयी ने ही उन्हें बिहार सीएम की कुर्सी पर बैठाया था।