मुंबई:केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, उनके दो सहयोगियों और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को हिरासत में ले लिया है। एनसीपी नेता देशमुख (71) और उनके सहयोगी संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से की जा रही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में बंद हैं। सीबीआई ने उनकी हिरासत के लिए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डीपी सिंघाडे के समझ एक आवेदन दायर किया था।
सीबीआई ने सचिन वाजे की हिरासत की भी मांग की थी। वाजे को मार्च 2021 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एंटीलिया विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद न्यायाधीश डीपी सिंघाडे ने विशेष एनआईए अदालत को इसी तरह का अनुरोध पत्र भेजा था।
वाजे फिलहाल नवी मुंबई के तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में है। विशेष पीएमएलए और एनआईए अदालतों ने शुक्रवार को अलग-अलग आदेशों में संबंधित जेलों के अधीक्षकों को चार आरोपियों देशमुख, पलांडे, शिंदे और वेजे की हिरासत सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया। मुंबई की एक अदालत ने गुरुवार को सीबीआई की वह अर्जी स्वीकार की थी, जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को उनके और अन्य के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए उसकी हिरासत में देने का अनुरोध किया गया था।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पिछले साल मार्च में आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृह मंत्री देशमुख ने पुलिस अधिकारियों को शहर के रेस्तरां और बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये की उगाही करने का लक्ष्य दिया था। बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी।