नई दिल्ली:पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष नजम सेठी ने गुरुवार (11 मई) को कहा कि अगर भारत एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो पाकिस्तान सरकार भारत में वर्ल्ड कप खेलने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट टीम को अनुमति नहीं देगी। उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान के विश्व कप में भाग लेने का एकमात्र तरीका यह है कि उसके मैच तटस्थ देश में आयोजित किए जाएं। अगस्त-सितंबर में होने वाले एशिया कप को लेकर पाकिस्तान के अध्यक्ष नजम सेठी ने एक बार फिर ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर टूर्नामेंट की मेजबानी करने के प्रस्ताव को दोहराया है। नजम सेठी ने कहा कि पाकिस्तान कभी भी ‘सब या कुछ नहीं’ दृष्टिकोण नहीं चाहता था, उन्होंने कहा कि वह महाद्वीपीय टूर्नामेंट के दौरान तटस्थ स्थानों पर भारत की मेजबानी करेगा, जो 2023 विश्व कप से पहले आयोजित किया जाएगा।
इस बार एशिया कप की मेजबानी का अधिकार पाकिस्तान के पास है। लेकिन बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने पिछले साल कहा था कि भारतीय क्रिकेट टीम महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी। नजम सेठी ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत और पाकिस्तान सहित एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सदस्यों ने एक हाइब्रिड मॉडल की संभावना पर चर्चा की थी, जब इस साल की शुरुआत में वह बहरीन में मिले थे।
बीसीसीआई द्वारा दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव के कारण भारतीय टीम को पड़ोसी देश में भेजने से इनकार करने के बाद पीसीबी को एक विकल्प का प्रस्ताव देने के लिए मजबूर होना पड़ा। पीसीबी ने ‘हाईब्रिड मॉडल’ का प्रस्ताव दिया था जिसमें भारत अपने मैच यूएई में खेले जबकि पाकिस्तान अपने मैचों की मेजबानी घरेलू धरती पर करेगा। हालांकि पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के ‘हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट की मेजबानी करने के प्रस्ताव को एशियाई क्रिकेट परिषद के सदस्य देशों ने खारिज कर दिया था।
नजम सेठी ने इंटरव्यू में कहा, ”नहीं, हमने कभी भी सब कुछ या कुछ भी नहीं कहा है। हम कह रहे हैं कि अगर भारत पाकिस्तान में खेलने में सक्षम नहीं है, तो ठीक है। पाकिस्तान तटस्थ स्थान पर भारत से खेलेगा। शेष टीमें पाकिस्तान में खेल सकती हैं। क्योंकि पाकिस्तान ने सभी प्रमुख देशों की मेजबानी की है।” हाल के दिनों में, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड जैसी टीमें पाकिस्तान में आकर खेली हैं। कोई सुरक्षा समस्या नहीं है। हम भारत के खिलाफ कुछ मैच तटस्थ स्थल पर खेल सकते हैं और बाकी टीमों के मैच भी खेले जा सकते हैं। हम समझौते के लिए तैयार हैं। सब कुछ या कुछ भी नहीं है, वह नहीं है जो हम चाहते हैं।”