डेस्क :नशा तस्करों की संपत्तियों पर बुलडोजर ऐक्शन को लेकर पंजाब की भगवंत मान सरकार फंसती नजर आ रही है। पीपल वेलफेयर सोसायटी द्वारा दायर याचिका को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने मान सरकार से जवाब मांगा है। मुख्य न्यायाधीश शील नागु और न्यायमूर्ति सुमीत गोयल की खंडपीठ ने पंजाब सरकार, पंजाब परिवहन विभाग के सचिव, लुधियाना पुलिस कमिश्नर और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, चंडीगढ़ के जोनल डायरेक्टर को नोटिस जारी किया है और जवाब दाखिल करने को कहा है।
कोर्ट ने यह भी पूछा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इस मामले में क्या प्रभाव है। इस पर याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया कि यह निर्णय किसी भी आरोपी के खिलाफ बिना उचित कानूनी प्रक्रिया अपनाए संपत्ति को ध्वस्त करने पर रोक लगाता है, जिसे पंजाब पुलिस को भी मानना चाहिए। अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई 25 मार्च को तय की है।
याचिका में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने और एनडीपीएस एक्ट के तहत कानूनी प्रक्रिया के अनुसार संपत्ति जब्त करने के प्रावधानों को लागू करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि पंजाब पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान के तहत कथित ड्रग तस्करों की संपत्तियों को ध्वस्त करना शुरू किया है। लुधियाना पुलिस ने पिछले हफ्ते दो ड्रग तस्करों की अवैध संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया था और आगे 78 और संपत्तियों की पहचान कर ली गई है, जिन्हें जल्द ही गिराया जाएगा।
एनडीपीएस एक्ट में नशा तस्करों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का कोई प्रावधान नहीं है। तस्करी की कमाई से अर्जित की गई संपत्ति की जब्ती की जा सकता है। बीते वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मामले में बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। आदेश के अनुसार बिना कोर्ट की अनुमति के किसी भी संपत्ति पर बुलडोजर नहीं चलाया जा सकता है। याची ने हाईकोर्ट से अपील की है कि पंजाब सरकार की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए।
आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर कंग ने चंडीगढ़ में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। कंग ने कहा कि पंजाब सरकार नशा खत्म करने की मुहिम चल रही है और उसे रोकने के लिए कांग्रेस के नेता कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए कांग्रेसी नेताओं ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करवाई है। पिपल वेलफेयर सोसाइटी की ओर से नशा खत्म करने की पंजाब सरकार की मुहिम के खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की। उक्त याचिका दायर करने वाली संस्था कोई और नहीं चलाता, बल्कि एक कांग्रेसी नेता चलाता है। मेरे पास इसके पक्के सबूत हैं। सोसाइटी चलाने वाली कंवर रजिंदर सिंह कांग्रेसी हैं और उनकी फोटो राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित अन्य कई कांग्रेसी नेताओं के साथ थी। कांग्रेस चाहे कितनी भी साजिश कर ले, नशे खिलाफ हमारी सरकार की मुहिम नहीं रुकेगी, पंजाब सरकार ने जितनी की कार्रवाई की है, वो सब कानून के दायरे में रहकर की है। हमारे पास हर चीज से सबूत हैं।
मान सरकार के ऑपरेशन बुलडोजर की शुरुआत 24 फरवरी को पटियाला से हुई थी, जिसके बाद से तस्करों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन लगातार जारी है। यह कार्रवाई जालंधर, फिल्लौर, लुधियाना और अब बठिंडा में हुई है। कल बठिंडा में पलिस ने दो नशा तस्कर भाइयों के बन रहे नए मकान को बुलडोजर से धवस्त कर दिया था।