डेस्क:ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति को सदन में अशोभनीय व्यवहार के लिए सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई विधानसभा अध्यक्ष सूरमा पाढ़ी ने की, जिनके अनुसार बाहिनीपति का व्यवहार अनुशासनहीन था।
सरकार की मुख्य सचेतक सरोज कुमार प्रधान ने बाहिनीपति के निलंबन का प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद अध्यक्ष ने इसे मंजूरी दी। निलंबन के खिलाफ बाहिनीपति की पार्टी के सहयोगियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा, बीजद (बूझा झारखंड दल) ने भी सदन से बहिर्गमन किया। बीजद विधायक अरुण साहू ने कहा कि उनकी पार्टी निलंबन वापस लेने की मांग करती है और वे बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
बाहिनीपति ने निलंबन के विरोध में सदन के बीचोंबीच बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इस पर अध्यक्ष ने मार्शलों को निर्देश दिया कि उन्हें सात कार्य दिवसों के लिए विधानसभा से बाहर रखा जाए।
वहीं, कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति के निलंबन के बाद, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को सदन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इस मुद्दे पर एक आपात बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें आगामी कार्यक्रमों पर निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस ने अपनी बात को नजरअंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि सरकार विपक्ष से डरती है।