शुरुआती जांच-पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि इंजीनियर ने इंटरनेट पर जाकर यह खोजा था कि खुद को आसान मौत कैसे दें? इसके बाद उन्होंने मरने के लिए एक अजीबोगरीब रास्ता चुना था।
पॉलीथिन से चेहरे को लपेटा
बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने के लिए इंजीनियर ने अपने चेहरे पर पॉलीथिन बांध लिया। इसके बाद उन्होंने इसमें नाइट्रोजन गैस भर दी। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी मौत Asphyxiation से हुई है। बता दें कि एस्फिक्सिया से मौत तब होती है जब आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।
मृतक इंजीनियर की पहचान चेतन भूमरकर के तौर पर हुई है। वो बैतुल जिले के रहने वाले थे। उनके परिजनों का कहना है कि वो लंबी बीमारी से काफी परेशान थे। उनकी डेड बॉडी सोमवार को उनके घर में मिली है। बताया जा रहा है कि चेतन की नौकरानी ने घर के अंदर से बदबू आने की बात पड़ोसियों को बताई थी।
घर में नहीं थे चेतन के रूम पार्टनर
इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने वहां से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इस सुसाइड नोट में चेतन ने लिखा था कि उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बताया जा रहा है कि चेतन के एक रूम पार्टनर भी थे और उनका नाम लखन कुशवाहा था। घटना से पहले लखन अपने गांव गए थे। रविवार की सुबह लखन को उनकी नौकिरानी ने फोन कर बताया था कि चेतन घर का दरवाजा नहीं खोल रहे। लखन सोमवार को वापस आए और उन्होंने पड़ोसियों की मदद से घर का दरवाजा खोला था।
सुसाइड नोट में लिखी यह बात..
बताया जा रहा है कि चेतन के माता-पिता का कुछ बरसों पहले निधन हो गया था। उनकी छोटी बहन इंदौर में पढ़ाई कर रही हैं। जो सुसाइड नोट मिला है उसमें लिखा गया है- मैं चेतन भूमराकर म्यूनिसिपैलिटी में डिप्टी इंजीनियर हूं। मैं बीमारी से परेशान हूं। इसकी वजह से मैं अपना काम ठीक से कर पाने में असमर्थ हूं। मेरे मरने पर मेरे परिवार या किसी और को परेशान ना करें।