इस्लामाबाद:इमरान खान को हटाकर पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ ने कश्मीर का राग अलापना शुरू कर दिया है। शहबाज शरीफ ने कहा- हम बदकिस्मती से भारत से बेहतर संबंध नहीं बना सके। नवाज शरीफ ने भारत से बेहतर संबंध चाहा था। अगस्त 2019 में कश्मीर के साथ जो हुआ, आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया गया। हमने कोई कदम उठाया? पाकिस्तान ने कश्मीर मसले को अंतररष्ट्रीय स्तर पर उठाया कि कश्मीरियों के साथ क्या हश्र हो रहा है? कश्मीर की वादी में कश्मीरियों का खून बह रहा है। वहां की वादी कश्मीरियों के खून से सुर्ख हो गई है।
शहबाज शरीफ ने आगे कहा- हम भारत से बेहतर संबंध चाहते हैं लेकिन मसला-ए-कश्मीर को हल किए बिना अमन कायम नहीं हो सकता। हम कश्मीरियों के लिए हर फोरम पर आवाज उठाएंगे। राजनयिक स्तर पर काम करेंगे। उन्हें सपोर्ट देंगे। वे हमारे लोग हैं। मैं पीएम मोदी को यह सलाह दूंगा कि आप समझें कि दोनों ओर गरीबी है, बेरोजगारी है। हम अपना और अपने आने वाले नस्लों का नुकसान क्यों करना चाहते हैं? आइए कश्मीर मसले को कश्मीरियों के उमंगों के मुताबिक तय करें। भारत और पाकिस्तान खुशहाली लेकर आएं।
शहबाज शरीफ पाकिस्तान के बाकी नेताओं की तरह ही चीन के कदमों में बिछे नजर आए। शरीफ ने कहा- चीन पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी है और उसने हर बार पाकिस्तान का साथ दिया है। इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई कुछ भी कर ले लेकिन चीन से हमारी दोस्ती नहीं छीन सकता और ये दोस्ती कयामत तक रहेगी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का जिक्र करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि हम शी जिनपिंग के शुक्रगुजार हैं और हम CPEC पर और तेजी के साथ काम करेंगे।