9 मार्च को गलती से पाकिस्तान में गिरे भारतीय मिसाइल को लेकर पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने की एक कोशिश की, जिसमें वह असफल रहा। आपको बता दें कि नियमित रखरखाव और निरीक्षण के दौरान लगभग 7 बजे गलती से एक मिसाइल को छोड़ दिया गया था, जो पाकिस्तान में जा गिरा था।
पाकिस्तान में सिंध के जमशोरो के आसमाम में स्थानीय लोगों को गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे एक अज्ञात वस्तु दिखी। यह एक मिसाइल था, जिसे पाकिस्तान द्वारा सिंध में अपने परीक्षण रेंज से दागा गया था। परीक्षण सुबह 11 बजे निर्धारित किया गया था, जिसे TEL (ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर) में खराबी के कारण एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया था। अंतत: दोपहर 12 बजे इसका परीक्षण किया गया।
फुस्स हुई मिसाइल टेस्टिंग
प्रक्षेपण के कुछ सेकंड बाद मिसाइल को रास्ते से भटकते हुए देखा गया। इसका मतलब साफ है कि टेस्टिंग फेल हो गई।
पाकिस्तान के कुछ समाचार चैनलों ने इस घटना को कवर किया, लेकिन इमरान सरकार के तमात अधिकारी इस मामले पर चुप हैं। स्थानीय प्रशासन ने इस तरह के किसी भी दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह एक नियमित मोर्टार ट्रेसर राउंड था जिसे पास की सीमा से निकाल दिया गया था।
आपको बता दें कि 5 किमी की अधिकतम सीमा वाले मोर्टार में ट्रेसर प्रक्षेप्य इतना ऊंचा होने की संभावना काफी कम है।
पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज चैनल के एक रिपोर्टर के मुताबिक, किसी “प्लेन, रॉकेट या ऐसा ही कुछ” के गिरने की खबर आई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
‘भारत को जवाब देने की कोशिश’
पाकिस्तानी समाचार एजेंसी द कॉन्फ्लिक्ट न्यूज पाकिस्तान ने बताया कि पाकिस्तान के द्वारा यह भारत की तरफ से गलती से दागी गई मिसाइल के जवाब देने की कोशिश में यह मिसाइल टेस्टिंग की गई होगी।
Conflict News Pakistan ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान ने पिछली भारतीय ब्रह्मोस मिसाइल के जवाब में एक मिसाइल का परीक्षण किया। पाकिस्तानी मिसाइल अपने लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रही और पास ही गिर गई।”
पाकिस्तानी रक्षा विश्लेषक के अनुसार, परीक्षण क्षेत्र में नो-फ्लाई ज़ोन की घोषणा करने वाली एक पूर्व सूचना पहले ही जारी की जा चुकी थी। उन्होंने कहा कि एक नोटम पहले से ही जारी किया गया था।