जयपुर:राजस्थान में एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट समर्थकों के बीत आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वेदप्रकाश सोलंकी के बाद सचिन पायलट समर्थक विधायक इंद्राज गुर्जर ने गहलोत समर्थक गुर्जर समाज के मंत्रियों को विधायकों को चुनाव में देख लेने की धमकी दी है। गुर्जर विधायकों को गद्दार कहा। चुनाव में देख लेने की धमकी दी। टोंक जिले के निवाई में भगवान देवनारायण के लक्खी मेले में हुए कार्यक्रम में विधायक इंद्राज गुर्जर ने बिना लिए सचिन पायलट का साथ छोड़ने वाले गहलोत समर्थक विधायकों और मंत्रियों को गद्दार बता दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज के नाम कि राजनीति करते हुए समाज के नाम पर वोट लेते हैं। वो जब समाज को देने की बारी आती है तो पीठ दिखा कर भागने में भी पीछे नहीं हटते।
विधायक ने कहा कि गुर्जर समाज भगवान देवनारायण के बाद सबसे ऊपर राजेश पायलट को पूजता है। जब भी पायलट को जरूरत पड़ी मैं और विधायक जीआर खटाना साथ खड़े थे। हमारे लिए पद कोई मायने नही रखता। जिसका जमीर मर गया वह कभी मुंह दिखाने लायक नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने समाज का जमीर बेचा, वह आज समाज के बीच आने की हैसियत नहीं रखते हैं। भगवान देवनारायण का आशीर्वाद हमारे साथ है. डेढ़ साल में जब चुनाव आएंगे तो हम इन लोगों से बात करेंगे, जिन्होंने समाज के साथ गद्दारी करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आप लोगों को पता है, क्या स्थिति है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा था कि वह किसी पार्टी का नहीं बल्कि पायलट का समर्थक है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में सचिन पायलट की बगावत के समय खेलमंत्री अशोक चांदना और विधायक जितेंद्र सिंह ने सीएम गहलोत का साथ दिया था। सीएम गहलोत ने विधायक जितेंद्र सिंह को वफादारी का इनाम भी दिया और सीएम सलाहकार बना दिया। माना जा रहा है कि पायलट समर्थक विधायक इंद्राज गुर्जर का इशारा खेलमंत्री अशोक चांदना और विधायक जितेंद्र सिंह की तरफ था। हालांकि, विधायक ने किसी का नाम नहीं लिया। गहलोत सरकार ने बड़ी चतुराई से बाड़ेबंदी कर अपनी सरकार को गिरने से बचा लिया था। पायलट विधायकों का पर्याप्त जुगाड़ नहीं कर पाए। खेलमंत्री अशोक चांदना ने खुलकर सीएम गहलोत का साथ दिया था। सीएम गहलोत का साथ देने पर मंत्री चांदना ने एक कहा था कि उनके लिए पार्टी सर्वोपरी है। जाति नहीं।