डेस्क:अगर आप पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, बैंक ने 1 मार्च, 2025 से अपने बाहरी बेंचमार्क लिंक्ड रेट (ईबीएलआर) को कम कर दिया है। बैंक के सभी नए फ्लोटिंग रेट लोन अब ईबीएलआर से जुड़े हुए हैं और ईबीएलआर में कोई भी बदलाव ईएमआई पर प्रभाव डालेगा। यदि कोई बैंक ईबीएलआर में कटौती करता है तो ब्याज दर में कटौती होती है और ग्राहकों को होम लोन की ईएमआई पर राहत मिल जाती है।
दूसरी ओर पीएनबी ने 1 मार्च, 2025 से लोन के लिए फंड की सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में बढ़ोतरी कर दी है। बता दें कि ईबीएलआर व्यवस्था लागू होने से पहले बैंक एमसीएलआर के आधार पर लोन दे रहे थे। इसका उपयोग बैंकों द्वारा न्यूनतम दर निर्धारित करने के लिए बेंचमार्क ब्याज दर के रूप में किया जाता है। हालांकि, वे पुराने ग्राहक जिनके फ्लोटिंग रेट लोन अभी भी एमसीएलआर व्यवस्था से जुड़े हुए हैं, उन्हें अब जब चाहें ईबीएलआर व्यवस्था में स्थानांतरित करने का विकल्प मिल गया है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पांच वर्षों के अंतराल के बाद फरवरी में रेपो दर (वह दर जिस पर बैंक केंद्रीय बैंक से उधार लेते हैं) को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया था। ब्याज दरों में कटौती के बाद, पीएनबी ने अलग-अलग योजनाओं के तहत आवास ऋण की दर को संशोधित कर 8.15 प्रतिशत कर दिया था।
फरवरी में पीएनबी की ओर से कहा गया था- ग्राहक 31 मार्च 2025 तक एडवांस प्रोसेसिंग और डॉक्युमेंटेशन चार्ज की पूरी छूट का लाभ उठा सकते हैं। पारंपरिक होम लोन योजना में ब्याज दर 8.15 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होती है और मासिक किस्त 744 रुपये प्रति लाख है। मोटर वाहन ऋण के संबंध में इसमें कहा गया कि नई तथा पुरानी दोनों कारों के वित्तपोषण के लिए ब्याज दर 8.50 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होती है तथा मासिक किस्त 1,240 रुपये प्रति लाख जितनी कम है।