डेस्क:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा कई यूरोपीय और अरब देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने में भारत को समर्थन का आश्वासन दे चुके हैं। इस बीच अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड ने पहलगाम हमले को इस्लामिक हमला बताते हुए कहा है कि आतंकियों को पकड़ने में अमेरिका भारत को हर तरह से मदद करेगा। तुलसी गबार्ड ने कहा है कि इस मुश्किल वक्त में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में तुलसी गबार्ड ने लिखा, “हम पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भयावह इस्लामी आतंकवादी हमले को लेकर भारत के साथ एकजुटता में खड़े हैं। जिन लोगों ने अपने प्रियजन खो दिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के सभी लोगों के साथ मेरी प्राथनाएं और संवेदनाएं हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले को अंजाम देने वाले लोगों को पकड़ने में हम आपका पूरा सहयोग करेंगे।”
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा था कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। हमले के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर भी बात की थी। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा था, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों की ठीक होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी सहानुभूति है। हमारी संवेदनाएं आप सभी के साथ हैं।”
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की थी। पुतिन ने इसे भयानक अपराध करार दिया है और कहा है कि ऐसे हम लोग का कोई भी औचित्य नहीं हो सकता। उन्होंने इस हमले में मारे गए पर्यटकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय एकता की जरूरत पर भी जोर दिया।
मंगलवार 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए। मारे गए लोगों में ज्यादातर सैलानी थे जो भारत के अलग-अलग राज्यों से कश्मीर की सैर करने आए थे। जानकारी के मुताबिक आतंकवादियों ने जान लेने से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा था। पुलिस और भारतीय सेना हमले में शामिल आतंकियों की तलाश कर रही है।