नई दिल्ली/यरुशलम: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद इजरायल ने भारत को खुला समर्थन दिया है। इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि उनका देश भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का पूरा समर्थन करता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हर संभव मदद देने को तैयार है।
राजदूत अजार ने इस आतंकी हमले की तुलना 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए हमास हमले से की, जिसमें सैकड़ों निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुआ हमला अत्यंत क्रूर था। निर्दोष नागरिकों को उनके धर्म और पहचान के आधार पर निशाना बनाया गया। यह वही आतंक है, जिसे इजरायल भुगत चुका है।”
भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार: अजार
WION को दिए एक इंटरव्यू में अजार ने कहा, “भारत एक संप्रभु देश है और उसे आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है। उसे किसी की सलाह की जरूरत नहीं, वह जानता है कि क्या करना है। हम भारत के हर कदम का समर्थन करते हैं।” उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जिस प्रकार की कठोर नीति अपनाता रहा है, उससे साफ है कि वह इस चुनौती के सामने कभी झुकेगा नहीं।
तकनीकी और खुफिया सहयोग को तैयार इजरायल
इजरायली राजदूत ने बताया कि इजरायल भारत के साथ पहले से खुफिया और तकनीकी सहयोग कर रहा है और इसे और भी मजबूत करने की दिशा में काम जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “हम भारत को सलाह देने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन हम तकनीकी सहायता, खुफिया सहयोग और अन्य माध्यमों से भारत का साथ देंगे।”
“हम एक ही प्रकार की पीड़ा से गुजरे हैं”
अजार ने हमले को लेकर गहरी संवेदना जताते हुए कहा, “हमने भी देखा है कि कैसे त्योहार मना रहे लोगों, अपने घरों में सो रहे मासूमों और निहत्थे नागरिकों को निशाना बनाया गया। यह एक ही प्रकार का आतंक है जो वैश्विक है और इसका मुकाबला भी वैश्विक सहयोग से ही संभव है।”
विदेश मंत्री जयशंकर से की मुलाकात, हर तरह की मदद की पेशकश
राजदूत अजार ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की और इजरायल की ओर से हर प्रकार के सहयोग की पेशकश की। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद रणनीतिक, तकनीकी और सुरक्षा सहयोग को और गहरा किया जा सकता है।
“आतंकी संगठन आपस में समन्वय करते हैं”
इस हमले के पीछे किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन की भूमिका पर पूछे गए सवाल पर अजार ने कहा कि आतंकवादी संगठन अक्सर एक-दूसरे को प्रशिक्षण और प्रेरणा देते हैं। उन्होंने हिज्बुल्लाह, इराक और सीरिया जैसे उदाहरणों का जिक्र करते हुए बताया कि कट्टरपंथ का वैश्विक नेटवर्क तेजी से फैल रहा है।
सोशल मीडिया पर आतंकी प्रचार को लेकर चिंता
अजार ने कहा कि आतंकी संगठन सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं और अपने हिंसक विचारों का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और तकनीकी कंपनियों पर कठोर कार्रवाई की जरूरत बताई।
पाकिस्तान की जांच की मांग पर तीखा प्रहार
पाकिस्तान द्वारा पहलगाम हमले की “जांच की मांग” पर इजरायली राजदूत ने कहा कि यह पाखंडपूर्ण है। उन्होंने कहा, “अगर आप आतंकियों को पनाह देते हैं और फिर जांच की बात करते हैं, तो यह दिखावा है। पहले भी ऐसी जांचों से कुछ नहीं निकला।” उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद अब एक क्षेत्रीय नहीं बल्कि वैश्विक खतरा है और दुनिया के सभी लोकतांत्रिक देशों को मिलकर इसका सामना करना चाहिए।
“भारत के हर कदम का समर्थन करेंगे”
अंत में अजार ने स्पष्ट किया कि यदि भारत आतंकवाद या उसे समर्थन देने वाले देशों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई करता है, तो इजरायल उसका पूरा समर्थन करेगा। उन्होंने दोहराया, “हम भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के साथ हैं, और आतंकवाद के खिलाफ उसकी हर कार्रवाई में उसके साथ खड़े हैं।”