वॉशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव को लेकर एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल को दरकिनार कर दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जबकि कई अन्य घायल हुए।
गुरुवार (स्थानीय समय) को एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव को लेकर सवाल किया गया, तो टैमी ब्रूस ने जवाब दिया, “मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रही हूँ। मैं आपकी सराहना करती हूँ, और संभवतः हम किसी अन्य विषय पर लौटेंगे। मैं इस मुद्दे पर और कुछ नहीं कहूंगी। राष्ट्रपति और विदेश मंत्री, साथ ही उप विदेश मंत्री इस पर पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। मैं इस विषय पर आगे कुछ नहीं जोड़ना चाहती।”
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में स्थित बैसरन घास के मैदान में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और हर प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका मृतकों के लिए प्रार्थना करता है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।
टैमी ब्रूस ने कहा, “जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश मंत्री रुबियो ने स्पष्ट किया है, अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के हर रूप की कड़ी निंदा करता है। हम इस घृणित हमले में मारे गए लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं, घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं, और हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग करते हैं।”
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिकी प्रशासन ने इस आतंकी हमले के बाद भारत को पूरा समर्थन देने की बात दोहराई है।
हमले के एक दिन बाद, बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। ट्रंप ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि अमेरिका भारत का पूरा समर्थन करता है ताकि इस “घृणित हमले” के दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप @realDonaldTrump @POTUS ने प्रधानमंत्री @narendramodi को फोन कर जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने हमले की कड़ी निंदा की और भारत को इसका दोषियों को सजा दिलाने में पूरा समर्थन देने की बात कही। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।”
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जम्मू-कश्मीर में हुए इस क्रूर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।
उन्होंने जान गंवाने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि अमेरिका इस कठिन समय में भारत के लोगों के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप और वांस दोनों के समर्थन और एकजुटता के संदेशों के लिए धन्यवाद दिया।