जयपुर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में राजस्थान के सभी 25 भाजपों सांसदों से मुलाकात कर विधानसभा चुनाव 2023 के लिए जीत का मंत्र दिया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रदेश के सभी सांसदों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने सांसदों से केंद्र सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया। योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के निर्देश दिए। इस मौके पर भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी भी मौजूद रहे। चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने सभी सांसदों से उनके क्षेत्रों से संबंधित मांगों की जानकारी ली। पीएम मोदी ने प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को लेकर भी चर्चा की। बड़ा सवाल यह कि पीएम मोदी की भाजपा सांसदों के साथ हुई बैठक के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जारी शीतयुद्ध थम जाएगा?
राजस्थान में वर्ष 2023 के अंत तक चुनाव होने है। चार राज्यों में चुनाव जीतने बाद भाजपा का फोकस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पर है। पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को तीनों राज्यों में हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, मध्यप्रदेश में कांग्रेस में टूट की वजह से कमलनाथ सरकार का पतन हो गया था। भाजपा फिर से सत्ता पर काबिज हो गई। विभिन्न धड़ों में बंटी राजस्थान भाजपा गुटबाजी से त्रस्त है। मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया समर्थक पार्टी आलाकमान से मैडम राजे को ही सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं। वसुंधरा राजे समर्थक लगातार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया पर हमलावर है।
वसुंधरा राजे समर्थक पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, भवानी सिंह राजावत, किशनाराम नाई, रोहिताश्व शर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत और रामप्रताप ने पार्टी आलाकमान से वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग की है। वसुंधरा समर्थकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में मैडम राजे को चेहरा घोषित नहीं किया गया तो पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है। पूर्व विधायक किशनाराम नाई ने तो मैडम राजे को सीएम फेस घोषित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिख दिया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चेतावनी के बाद भी राजस्थान में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। अमित शाह ने पिछले साल दिसंबर में राजस्थान का दौरा किया था। अमित शाह ने पार्टी के नेताओं को गुटबाजी समाप्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन हालात जत के तस बने हुए है। पूर्व सीएम वसुंध राजे सिंधिया समर्थक लगातार बयानबाजी कर गुटबाजी को हवा दे रहे हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी लगातार मैडम राजे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। पिछले दिनों मैडम राजे के जन्मदिन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कार्यक्रम से दूरी बना ली थी। सतीश पूनिया का कहना था कि वसुंधरा राजे का जन्मदिन पार्टी का कार्यक्रम नहीं है। हर किसी को जन्मदिन मनाने का अधिकार है।