पटना:दुल्हिन बाजार के महुआबाग गांव के पास सोमवार की रात दो बजे अपराधियों ने पूर्व हार्डकोर नक्सली सुदामा यादव (70 वर्ष) की गोलीमार कर हत्या कर दी। हालांकि, हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
कहा जा रहा है कि अपराधियों ने सुदामा की कनपटी में सटाकर गोली मारी। उसका शव गांव के बाहर आहर में मिला। शव मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
जानकारी के अनुसार सुदामा यादव गांव व आसपास के क्षेत्र में हुई दर्जन भर हत्याओं में नामजद था। अन्य थानों में उसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज थे। 15 वर्ष की सजा काटने के बाद वह जेल छूट था। आपराधिक दुनिया से अलग रहता था। संदिग्ध हालात मानकर शव को रेफरल अस्पताल उपाधीक्षक आभा देवी के नेतृत्व चार डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराई गई। हालांकि, अब तक रिपोर्ट नहीं आई है।
सुदामा यादव का पुत्र जितेंद्र यादव ने तीन लोगों के खिलाफ गोली मारकर हत्या करने का केस दर्ज कराया गया है। जितेंद्र कुमार ने बताया उसके पिता गांव के आहर पर मछली देखरेख कर रहे थे। तभी पाठक मिल्की पूर्व जिलापरिषद सदस्य सरदार नागेंद्र सिंह, उलार-सोरंगपुर पंचायत के मुखिया रामानुज यादव व उनके पुत्र प्रमोद कुमार घेर कर गोली मार कर हत्या दी। थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि मृतक के पुत्र के द्वारा प्राप्त आवेदन के आधार प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।