वेटिकन सिटी:रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख, पोप फ्रांसिस, का आज 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वेटिकन ने एक आधिकारिक वीडियो संदेश में उनके निधन की पुष्टि की है।
निधन का कारण
पोप फ्रांसिस पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। फरवरी 2025 में उन्हें ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों में संक्रमण के कारण रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत गंभीर हो गई थी, और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट की आवश्यकता पड़ी थी।
एक परिवर्तनकारी नेतृत्व
2013 में पोप चुने गए पोप फ्रांसिस, जिनका असली नाम जॉर्ज मारियो बेर्गोग्लियो था, पहले लैटिन अमेरिकी और जेसुइट पोप थे। उन्होंने चर्च को अधिक समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण बनाने की दिशा में कई पहल कीं। उन्होंने LGBTQ+ समुदाय के प्रति सहिष्णुता, महिलाओं की भूमिका में विस्तार, और मृत्युदंड के विरोध जैसे मुद्दों पर प्रगतिशील रुख अपनाया। AP News
अंतिम समय और श्रद्धांजलि
पोप फ्रांसिस ने अपने अंतिम दिनों में भी चर्च की सेवा जारी रखी। हालांकि उनकी सेहत बिगड़ती रही, उन्होंने ईस्टर संडे पर भी भीड़ को आशीर्वाद दिया था।
अगला कदम
पोप फ्रांसिस के निधन के बाद, कार्डिनल्स की सभा (कॉन्क्लेव) जल्द ही नए पोप के चुनाव के लिए एकत्रित होगी।
पोप फ्रांसिस का जीवन और सेवा एक प्रेरणा रही है, और उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।