डेस्क:पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ रहे तनावपूर्ण माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जल संरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया। पीएम मोदी ने कहा, “जो पानी भारत का है, वह अब भारत के काम आएगा। पहले जो पानी देश से बाहर चला जाता था, अब उसे यहीं रोका जाएगा और देश की जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।” पीएम मोदी का यह बयान पाकिस्तान के लिए कड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बयान नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिया, उन्होंने इस पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि यह पानी किस दिशा में, किस देश में जाता था या इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान के साथ हालिया तनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है।
इस बयान को देश की जल नीति में एक संभावित बड़े बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि यह कदम सिंधु जल संधि जैसे समझौतों की ओर इशारा है।
इस बीच भारत ने न्यूयॉर्क में OIC (Organisation of Islamic Cooperation) समूह द्वारा जारी बयान की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह बयान पाकिस्तान के इशारे पर जारी किया गया है और यह पहलगाम आतंकवादी हमले तथा उसकी सीमा पार संबंधों को नकारने वाला एक बेतुका बयान है। दरअसल, मुस्लिम देशों के इस संगठन ने कहा था कि भारत द्वारा पाकिस्तान पर आतंकवाद के लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोपों के कारण तनाव बढ़ रहा है।
जायसवाल ने कहा, “यह पाकिस्तान का एक और प्रयास है, जो लंबे समय से सीमा पार आतंकवाद में संलिप्त रहा है, OIC समूह को गुमराह करके अपने हित में बयान जारी करवाने का। हम OIC के उन मामलों में हस्तक्षेप को खारिज करते हैं जो भारत के आंतरिक मामले हैं।” भारत ने इस बयान को पाकिस्तान की साजिश बताते हुए स्पष्ट किया कि OIC को अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह घटना एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ाने वाली साबित हो रही है।