डेस्क:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामेश्वरम द्वीप और भूमि क्षेत्र के बीच रेल संपर्क की सुविधा प्रदान करने वाले पंबन समुद्री पुल का उद्घाटन किया और नई रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने रामेश्वरम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। इस दौरान, उन्होंने कहा कि पंबन पुल व्यापार और यात्रा दोनों को आसान बनाएगा। नए पंबन पुल पर ट्रेन तेज गति से चल सकेंगी, बड़े पोत भी आसानी से गुजर सकेंगे। साथ ही, उन्होंने तमिलनाडु के कुछ नेताओं द्वारा तमिल भाषा में साइन नहीं किए जाने पर आश्चर्य जताया और उन्हें संदेश दिया कि कम-से-कम अपना साइन तो तमिल में करें।
पीएम मोदी ने रामेश्वरम में सत्तारूढ़ डीएमके का नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र द्वारा तमिलनाडु का आंवटन बढ़ाए जाने के बाद भी कुछ लोग धन के लिए प्रलाप कर रहे हैं। राज्य सरकार को संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए तमिल माध्यम में चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जाए। तमिल भाषा और विरासत को दुनिया के कोने-कोने तक ले जाने की कोशिशें जारी है। उन्होंने भगवान राम के सुशासन को राष्ट्र निर्माण की नींव बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”विकसित भारत के सफर में तमिलनाडु का बहुत बड़ा रोल है। मैं मानता हूं, तमिलनाडु का सामर्थ्य जितना ज्यादा बढ़ेगा, भारत की ग्रोथ उतनी तेज होगी। बीते दशक में, तमिलनाडु के विकास के लिए 2014 की तुलना में तीन गुना ज्यादा पैसा केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है।” अब, मॉडर्न तकनीक के साथ नया पंबन ब्रिज अधिक सुविधा और समृद्ध आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा। पांच सौ पचास करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, यह भारत का पहला वर्टिकल सी-लिफ्ट ब्रिज है। दो किलोमीटर तक फैले इस पुल में 99 स्पैन और 72.5 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है, जिसे 17 मीटर तक उठाया जा सकता है, जिससे बड़े जहाजों का सुगम मार्ग सुनिश्चित होता है, जबकि निर्बाध ट्रेन संचालन सुनिश्चित होता है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को रामनवमी के अवसर पर यहां प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पारंपरिक ‘वेष्टि’ (धोती), शर्ट और ‘अंगवस्त्रम’ (गले में पहना जाने वाला वस्त्र) पहने प्रधानमंत्री रविवार को मंदिर पहुंचे। उन्होंने पिछले साल उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। मंदिर पहुंचने पर पुजारियों ने उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया और प्रधानमंत्री ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई उनके साथ थे।