डेस्क:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम प्रधानमंत्री आवास पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में भारतीय सेना को खुली छूट देने का निर्णय लिया। इस बैठक में तीनों सेना प्रमुखों को यह निर्देश दिया गया कि वे आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए पूरी स्वतंत्रता के साथ निर्णय लें।
पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कदम उठाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को करारा झटका देना भारत का राष्ट्रीय संकल्प है, और इसके लिए सेना को पूरी छूट दी जा रही है कि वे किसी भी समय, किसी भी स्थान पर और जिस प्रकार की कार्रवाई को उचित समझें, उसे अंजाम दे सकें।
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान देश के सुरक्षा बलों को आतंकवाद से निपटने के लिए अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन प्रदान करता है। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय सेना की पेशेवर क्षमताओं पर पूरा विश्वास जताया और उनकी योजना के अनुसार ही कार्रवाई करने की छूट दी। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
प्रधानमंत्री ने इस बैठक में जोर दिया कि आतंकवाद से निपटना भारत के लिए एक गंभीर मुद्दा है और सरकार इस मुद्दे पर संकल्पबद्ध है। इस उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा तीनों सेना प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति थी, जिन्होंने इस फैसले को लेकर अपने विचार साझा किए और आगामी कार्रवाई की रूपरेखा पर चर्चा की।
इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों को आतंकवाद के खिलाफ अपने ऑपरेशन्स को और प्रभावी रूप से अंजाम देने के लिए पूरी स्वायत्तता दी गई है, और भारत इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा।