मुंबई:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही राजनीतिक दल समीकरण साधने में जुटे हैं। एग्जिट पोल्स में खिचड़ी सरकार की संभावनाओं की बात कही गई है। ऐसे में भाजपा, कांग्रेस जैसे बड़े दलों के अलावा छोटे दल भी सक्रिय हैं। कुछ को लगता है कि हम किंगमेकर बन सकते हैं। इनमें से ही एक हैं, भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर। उन्होंने आज ही अपने पत्ते खोल दिए हैं और कहा कि हम सत्ता में रहना चुनेंगे। उन्होंने साफ इरादे जता दिए कि जो भी गठबंधन सत्ता में आता दिखेगा, हम उसके साथ जाएंगे और सरकार का हिस्सा बनेंगे।
प्रकाश आंबेडकर ने एक्स पर लिखा है, ‘यदि वंचित बहुजन अघाड़ी को कल नंबर मिलते हैं और हम किसी गठबंधन या दल का समर्थन करने की स्थिति में होते हैं तो फिर हम सरकार में जाने का रास्ता चुनेंगे। हम सत्ता में रहना चुनेंगे।’ इस बार के विधानसभा चुनाव में वंचित बहुजन अघाड़ी ने सबसे अलग ही चुनाव लड़ा था। शुरुआती दौर में VBA के महाविकास अघाड़ी के साथ जाने की चर्चाएं थीं, लेकिन सीटों पर मतभेद के चलते गठबंधन नहीं हो सका था। अंत में वह अकेले ही चुनाव में उतरे थे।
हालांकि प्रकाश आंबेडकर की पोस्ट पर कई लोगों ने उन पर हमला भी बोला है। एक यूजर ने कहा कि ऐसा है तो फिर सीधे-सीधे ही भाजपा क्यों नहीं जॉइन कर लेते। वहीं कुछ लोगों ने कांग्रेस के साथ न जाने की सलाह देते हुए कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर को कांग्रेस और जवाहर लाल नेहरू ने चुनाव में हरवा दिया था। इसलिए उनके साथ जाना सही नहीं होगा। वहीं उनके कुछ समर्थकों का कहना था कि आप जो भी फैसला लेंगे हम उसके साथ हैं। इन लोगों ने कहा कि राजनीति में सत्ता जरूरी है। इसलिए सत्ता बनाने वाले गठबंधन का रुख करने में कोई बुराई नहीं है।