वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को स्पष्ट रूप से कहा कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इस सप्ताहांत महत्वपूर्ण कूटनीतिक वार्ता होने जा रही है।
एयर फोर्स वन पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा, “मैं चाहता हूं कि ईरान एक शानदार, महान और खुशहाल देश बने। लेकिन वे परमाणु हथियार नहीं रख सकते।”
राष्ट्रपति ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच ओमान में एक उच्च-स्तरीय बैठक होने जा रही है। यह वार्ता ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को लेकर की जा रही है, और इसका उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते तनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के प्रयासों को आगे बढ़ाना है।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में हुए परमाणु समझौते (जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त समग्र कार्य योजना – JCPOA कहा जाता है) से अमेरिका ने 2018 में ट्रंप प्रशासन के दौरान खुद को अलग कर लिया था। इसके बाद से ईरान ने भी धीरे-धीरे उस समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम कर दिया है, जिससे परमाणु हथियार निर्माण को लेकर आशंकाएं बढ़ गई हैं।
हालांकि ट्रंप प्रशासन ने ईरान पर “अधिकतम दबाव” की नीति अपनाई है, जिसमें आर्थिक प्रतिबंध और कूटनीतिक अलगाव शामिल हैं, लेकिन राष्ट्रपति के ताजा बयान यह संकेत भी देते हैं कि अमेरिका वार्ता के लिए तैयार है—बशर्ते ईरान परमाणु हथियारों से जुड़ी अपनी महत्वाकांक्षाओं को त्याग दे।
ओमान में होने वाली यह बैठक यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है कि कूटनीतिक समाधान की गुंजाइश अब भी बाकी है या क्षेत्रीय तनाव और बढ़ने वाला है।