मुंबई:भाजपा नेता और पूर्व सांसद पूनम महाजन ने शुक्रवार को अपने पिता प्रमोद महाजन की 2006 में हुई हत्या के पीछे एक बड़ी साजिश का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि प्रमोद महाजन पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार थे। मीडिया चैनलों को दिए एक इंटरव्यू में पूनम ने कहा, “प्रमोद महाजन की हत्या एक बड़ी साजिश थी, जिसे तुच्छ कारणों का हवाला देकर छुपाया गया। यह सच नहीं है। आखिरकार आज या कल सच्चाई सामने आ ही जाएगी।”
पूनम ने कहा, “शुरुआत में ऐसा लगता है कि उस व्यक्ति (प्रमोद महाजन के भाई प्रवीण) ने ट्रिगर दबाया। बंदूक और गोली दोनों ही उस व्यक्ति की थी। यह भी संभव है कि उसने जो कपड़े पहने थे, वे भी मेरे पिता ने दिए हों। लेकिन इस कथित धारणा के पीछे कोई मास्टरमाइंड हो सकता है।”
पूनम महाजन ने कहा कि वह गहन जांच के लिए गृह मंत्री अमित शाह को को पत्र लिखेंगी। पूनम महाजन के कहा, “हत्या के पीछे एक बड़ी साजिश थी। किसी दिन सच्चाई सामने आ जाएगी। हत्या के बाद भाइयों के बीच दुश्मनी जैसी कई थ्योरी सामने आईं, जो कि सच नहीं थीं। यह पैसे, ईर्ष्या या पारिवारिक झगड़े के कारण नहीं हुआ था। ये सब सच को छुपाने के लिए फैलाए गए मामूली मुद्दे थे।”
आपको बता दें कि पूनम महाजन ने यह खुलासा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच किया है। पूनम महाजन को इस साल के लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर मध्य सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया गया। विधानसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट से वंचित कर दिया। उन्होंने कहा, “जब आप परिवार में होते हैं तो आप कितने करीब या दूर हैं, यह मायने नहीं रखता। ये बातें आपके दिमाग में नहीं आतीं। कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं, जिससे शिकायतें होती हैं।”
आपको बता दें कि पूनम की साजिश की थ्योरी ने भाजपा के भीतर और बाहर कई लोगों को चौंका दिया है। भाजपा के वरिष्ठ मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “अगर पूनम महाजन के पास साजिश से जुड़े कोई सबूत और दस्तावेज हैं तो उन्हें जांच के लिए सरकार को सौंप देना चाहिए।”
वहीं, एनसीपी (शरद पवार) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने कहा, “प्रमोद महाजन हमारे नेता थे। उनके निधन से एक खालीपन पैदा हो गया था। पूनम ने जो कहा है वह चौंकाने वाला है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। जब उन्हें गोली मारी गई तब मैं अस्पताल में था। उस समय कहा गया था कि यह घटना किसी पारिवारिक विवाद का नतीजा थी। तब भी जांच हुई और कुछ नहीं निकला।”
प्रमोद महाजन को 22 अप्रैल, 2006 को मुंबई में उनके वर्ली स्थित घर में उनके छोटे भाई प्रवीण महाजन ने गोली मार दी थी। 3 मई को भाजपा नेता की मौत हो गई थी। बाद में प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया गया और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। 2010 में पैरोल पर बाहर आने के दौरान प्रवीण की हार्ट अटैक से मौत हो गई।