डेस्क: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) ने स्पष्ट किया है कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, भाजपा और कांग्रेस को लेकर हमेशा तल्ख क्यों रहते हैं, जबकि लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के प्रति उनका रुख अपेक्षाकृत सौम्य क्यों नजर आता है।
लाइव हिन्दुस्तान को दिए एक साक्षात्कार में PK ने कहा कि चिराग पासवान से उनके व्यक्तिगत रूप से मित्रवत संबंध हैं, लेकिन उनका कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक चिराग भाजपा के साथ हैं, तब तक उनके बीच किसी प्रकार का राजनीतिक तालमेल संभव नहीं है।
बिहार की वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी करते हुए किशोर ने कहा कि राज्य की बदहाली के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि लालू को 1995 में एक बार पूर्ण बहुमत मिला था, लेकिन उसके बाद वे हमेशा कांग्रेस की बैसाखियों पर सत्ता में बने रहे। इसी तरह, भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया।
PK ने आरोप लगाया कि केंद्र में सत्ता के समीकरण साधने के लिए कांग्रेस ने पहले लालू का साथ दिया, और अब भाजपा भी वही कर रही है। कुछ सांसदों के समर्थन की लालच में भाजपा ने बिहार को नीतीश कुमार के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि इसी वजह से वे केवल नीतीश और तेजस्वी ही नहीं, बल्कि भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ भी मुखर हैं।
वहीं दूसरी ओर, चिराग पासवान को लेकर PK का रुख अलग है। उन्होंने कहा, “चिराग युवा नेता हैं और जाति की राजनीति नहीं करते। वे चाहे भाजपा के साथ हों, लेकिन उनकी सोच यह है कि बिहार को आगे बढ़ना चाहिए, बदलाव जरूरी है। उनका तरीका भले अलग हो, लेकिन मुद्दे सही हैं। मेरा उनसे कोई राजनीतिक रिश्ता नहीं है, लेकिन वे सही बात कर रहे हैं।”
(स्रोत: लाइव हिन्दुस्तान इंटरव्यू)