प्रयागराज:प्रयागराज के खेवराजपुर सामूहिक हत्याकांड में सोमवार को नया मोड़ आ गया। गर्भवती बेटी, उसकी सास, ससुर, ननद और मासूम की हत्या करने के आरोप में सोमवार को पशु व्यापारी के भाइयों और भतीजे के खिलाफ आरोप लगा। पशु व्यापारी के समधी ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थरवई थाने में तहरीर दी है। हालांकि रात तक पुलिस ने दूसरा मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस का कहना है कि विवेचना में इसे भी शामिल किया जाएगा।
मऊआइमा के एक गांव के रहने वाले पशु व्यापारी के समधी ने पुलिस को बताया कि 2016 में उन्होंने अपनी बेटी की शादी खेवराजपुर के पशु व्यापारी के बेटे से की थी। 23 अप्रैल को सूचना मिली कि उनकी गर्भवती बेटी, उसके ससुर, सास, ननद और मासूम बच्ची की हत्या कर दी गई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि बिटिया के ससुर के नाम से ही प्रॉपर्टी थी। कुछ साल पहले एक प्रॉपर्टी बेचने पर उनके तीनों भाई और भतीजे ने विरोध जताया था। उसी संपत्ती के विवाद में साजिश के तहत बिटिया समेत पूरे ससुरालवालों की हत्या कर दी गई है। थाने में पुलिस अफसरों को तहरीर देने के बाद वह अपने दामाद से मिलने घटनास्थल पर भी पहुंचे। इसके बाद घर लौट गए।
वहीं इस मामले में पशु व्यापारी के आरोपी भाइयों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि संपत्ति का कोई विवाद नहीं था। करीब ढाई साल पहले नदी किनारे 10 बिस्वा जमीन उनके भाई ने बेची थी। उसमें सभी का हिस्सा था लेकिन कोई विवाद नहीं हुआ। अब परिवार में जिंदा बचे एक मात्र युवक को परेशान करने की नीयत से उसके ससुरालवाले ऐसे आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
पशु व्यापारी के बेटे के आरोप लगाने के बाद सोमवार को थरवई पुलिस ने उसे थाने बुलाकर घंटों पूछताछ की। युवक ने रविवार को मीडिया को बताया था कि ससुराल पक्ष का एक युवक उसकी पत्नी का करीबी था। उसकी प्रेम कहानी की जानकारी मिलने पर युवक ने पत्नी का मोबाइल छीन लिया था। इसके अलावा एक दूध विक्रेता की नजर भी उसकी पत्नी पर थी। पुलिस इस मामले में दूध विक्रेता से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। अब क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने युवक से उसकी पत्नी का पुराना मोबाइल नंबर भी एकत्र किया। उसकी कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।