पटना:बिहार में गंभीर आपराधिक घटनाओं में शामिल अभियुक्तों के साथ शराबबंदी कानून का उल्लंघन करनेवालों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन प्रहार’ के तहत पुलिस ने अप्रैल में 8859 गिरफ्तारी की है। इसमें बड़ी संख्या में ऐसे अभियुक्त है, जिनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, पुलिस पर हमले और दूसरे संगीन मामले दर्ज हैं। वहीं, एंटी लिकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) ने भी बड़े पैमाने पर शराब बरामद की और इस धंधे में लगे लोगों को गिरफ्तार किया।
वज्र की 67 कंपनी व प्लाटून ने की कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर गंभीर आपराधिक घटनाओं में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए जिलास्तर पर 67 वज्र टीम का गठन किया गया है। बड़े जिलों में वज्र की कंपनी तो छोटे जिलों में प्लाटून बनाया है। इनके द्वारा चलाए जानेवाले अभियान को ‘ऑपरेशन प्रहार’ नाम दिया गया है। इस विशेष मुहिम के दौरान अप्रैल में 4369 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें हत्या के मामले में 378, पुलिस पर हमले से जुड़ी घटनाओं में 190, हत्या के प्रयास के दर्ज कांडों में 1056 जबकि एससी-एसटी एक्ट के तहत 282 अभियुक्तों की गिरफ्तारी शामिल है। वहीं अन्य कांडों में 2463 की गिरफ्तारी की गई। इस दौरान 177 हथियार और 906 गोलियां बरामद हुईं।
1.59 लाख लीटर शराब बरामद
आपराधिक घटनाओं के अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए जहां वज्र कार्रवाई कर रहा है, वहीं शराब के धंधे पर लगाम लगाने के लिए एंटी लिकर टाक्स फोर्स का गठन किया गया है। राज्यभर में इसकी सख्या 233 है। एएलटीएफ द्वारा अप्रैल में एक लाख 59 हजार 324 लीटर देसी-विदेशी शराब बरामद की गई। वहीं 1877 शराब की भट्ठियां ध्वस्त हुईं। शराबबंदी कानून के उल्लंघन को लेकर 4490 लोगों को इस दौरान गिरफ्तार किया गया।
वज्र द्वारा गिरफ्तारी में शीर्ष 5 जिले
जिला गिरफ्तारी
पटना 626
मुजफ्फरपुर 368
सारण 333
गया 272
रोहतास 268
एएलटीएफ की कार्रवाई में शीर्ष 5 जिले
जिला शराब बरामद (लीटर में)
कैमूर 14,715
सारण 13,397
मधुबनी 12,659
समस्तीपुर 12,650
मुजफ्फरपुर 10,764