पटना:बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को अपना आपा खो दिया और राजद के एक कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दिया। कार्यकर्ता पटना स्थित राबड़ी आवास के बाहर उस समय विरोध प्रदर्शन कर रहा था जब सीबीआई की छापेमारी जारी थी। सीबीआई टीम ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में नया केस दर्ज करते हुए 6 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया।
सीबीआई की छापेमारी के खिलाफ बड़ी संख्या में सुबह से ही राजद कार्यकर्ता राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास के बाहर इकट्ठा हो गए थे। वे लगातार जांच एजेंसी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जब जांच एजेंसी के अधिकारियों ने शाम कोराबड़ी आवास से बाहर निकलने की कोशिश की, तो उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।
पटना पुलिस को भी प्रदर्शन कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए संघर्ष करना पड़ा। वीडियो में दिख रहा है कि राबड़ी देवी पार्टी के कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए बाहर निकलीं, जो हंगामा कर रहे थे और सीबीआई टीम को निलकने से रोक रहे थे। हालांकि, इस दौरान अचानक उन्होंने अपना आपा खो दिया और एक कार्यकर्ता के बाद दूसरे को थप्पड़ जड़ दिया।
घटना के सय राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेजप्रताप भी वहां मौजूद थे। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने मिलकर विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की और अंतत: वे पीछे हटे और तब कहीं जाकर सीबीआई टीम को जाने दिया। राबड़ी देवी को उनके पति लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज नए केस में आरोपी बनाया गया है।
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक, लालू-राबड़ी की दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव का नाम भी 17 आरोपियों की सूची में शामिल है। आरोप है कि 2008 से 2009 तक लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे तब रेलवे में नौकरी के एवज में यादव परिवार को कई संपत्तियां दी गईं। सीबीआई ने शुक्रवार सुबह-सुबह आरोपियों से जुड़े दिल्ली, पटना और गोपालगंज के 16 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया और मामले में राबड़ी देवी से 12 घंटे तक पूछताछ की।