जयपुर:राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे लेकिन भाजपा अभी से सक्रिय हो गई है। भाजपा सूबे में कांग्रेस शासित सरकार के चार साल पूरे होने के विरोध में पूरे महीने आक्रोश रैलियां निकालेगी। राज्य की अशोक गहलोत सरकार 13 दिसंबर को अपने चार साल पूरे कर रही है। भाजपा की आक्रोश रैलियां राहुल गांधी के नेतृत्व में आयोजित भारत जोड़ो यात्रा की तारीखों पर भी होंगी। मालूम हो कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश कर रही है जो 18 दिसंबर को बाहर निकलेगी। राहुल की यह यात्रा झालावाड़, कोटा, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर से गुजरेगी।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान की आवाम परेशान है और अशोक गहलोत की सरकार अपनी कुर्सी बचाने में लगी है। राजस्थान में भाजपा बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, सड़क, पानी और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार जैसे मुद्दों पर सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में आक्रोश रैलियां निकालेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए रथ बनाए जा रहे हैं, जिनमें होर्डिंग और पोस्टर लगे होंगे। प्रत्येक रथ 7 से 15 दिनों तक एक निर्वाचन क्षेत्र में घूमेगा। भाजपा की आक्रोश रैली 17 नवंबर से 17 दिसंबर तक चलेगी।
एक अन्य भाजपा नेता ने बताया कि आक्रोश रैली न केवल राज्य सरकार वरन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को भी जवाब देगी। इस बीच, राजस्थान कांग्रेस में चल रही अंदरूनी खींचतान पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने तंज कसते हुए रामायण का हवाला दिया। वसुंधरा राजे ने कहा कि एक समय था जब भगवान राम अपने पिता के आदेश पर सिंहासन छोड़कर 14 साल के लिए वनवास चले गए थे। फिर राजा दशरथ की मृत्यु के बाद भरत को गद्दी पर बैठाने की तैयारी की गई, लेकिन त्याग की मिसाल कायम करते हुए उन्होंने बड़े भाई राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रख कर राज किया, लेकिन खुद राजगद्दी से दूर रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राम और भरत का बलिदान देखिए और आज देखिए। आज राजस्थान में सिंहासन के लिए एकदूसरे से लड़ाई कैसे चल रही है। वसुंधरा राजे की टिप्पणी को राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही सियासी खींचतान के संदर्भ में देखा जा रहा है। वसुंधरा राजे ने रविवार को नाथद्वारा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राम कथा में राम राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि आज भी राम राज्य को सुशासन के लिए याद किया जाता है, जिसका अर्थ है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास…