जयपुर:राजस्थान के करौली जिले में सांप्रदायिक दंगों के अगले दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका ठीकरा भाजपा के माथे पर फोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद से देश में धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण का माहौल बना गया है। इसके साथ ही गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से ध्रुवीकरण पर लगाम के लिए अपील की मांग भी कर डाली। उन्होंने कहाकि शांति, भाईचारा और सद्भाव विकास के लिए बेहद अहम है।
धर्म और जाति के नाम ध्रुवीकरण देशहित में नहीं
अशोक गहलोत बाड़मेर जिले में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इकाेनॉमिक टाइम्स के मुताबिक उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में देश की जनता से अपील करनी चाहिए। पीएम को लोगों को समझाना चाहिए कि धर्म और जाति के नाम ध्रुवीकरण देशहित में नहीं है। उन्होंने कहाकि कल करौली और आज ब्वायर में जो हुआ यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर झगड़े में शामिल लोगों के धर्म अलग हैं तो इस आधार पर पोलराइजेशन करना गलत है। मुख्यमंत्री सिर्फ इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने में देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के लिए भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहाकि देश में कभी इससे ज्यादा छल नहीं हुआ। गहलोत ने कहाकि पांच राज्यों के चुनाव के दौरान एक बार भी तेल के दाम नहीं बढ़े और अब यह लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहाकि देश के लोगों को केंद्र सरकार के शासन का मॉडल समझने की जरूरत है।
योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भी सवाल
इसके साथ ही गहलोत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहाकि यूपी में फेक एनकाउंटर किए जा रहे हैं। गहलोत ने कहाकि फेक एनकाउंटर करना बहुत आसान है। लेकिन देश प्रगति तभी करेगा जब कानून का राज स्थापित होगा। तभी लोगों को न्याय मिलेगा। करौली में हुई हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने कहाकि शनिवार शाम को इस बारे में सूचना मिलने के बाद से ही वह चिंतित थे। गहलोत ने कहाकि मैंने डीजीपी को लोगों के खिलाफ कड़े एक्शन लेने के आदेश दिए थे। मैंने कहा था कि मामले में शामिल लोग चाहे किसी धर्म या जाति के हों, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मामले में सख्त संदेश जाना चाहिए कि राजस्थान में केवल कानून का राज है।