धनबाद:मशहूर सर्जन डॉक्टर समीर कुमार से रंगदारी मांगने और धनबाद छोड़ने के मामले में डॉक्टरों ने बड़ा आंदोलन खड़ा करने का फैसला कर लिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने इसे लेकर हड़ताल की धमकी दी है। डॉक्टरों ने 9 मई से इमरजेंसी सेवाओं को भी ठप करने की चेतावनी दी है। डॉक्टरों का आरोप है कि सर्जन को लगातार धमकी के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसका नतीजा है कि सर्जन ने बदमाशों के डर से धनबाद छोड़ दिया है।
धनबाद चैप्टर के आईएमए सचिव डॉ सुशील कुमार ने कहा कि उन्होंने मामले के खुलासे के लिए पुलिस को डेडलाइन दे दी है। अगर अगले दो दिनों में बदमाश पकड़े नहीं गए और कार्रवाई नहीं हुई तो हम 9 मई से हड़ताल पर चले जाएंगे। चिकित्सा सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। धनबाद ही नहीं राज्य भर के डॉक्टर हमारे साथ जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है कि अपनी जान बचाने के लिए शहर के प्रमुख सर्जन को छिपना और शहर छोड़ना पड़ रहा है।
डॉ समीर कुमार धनबाद के प्रमुख जनरल और लेप्रोस्कोपिक सर्जन हैं। उनका सुयश क्लिनिक नाम से 50 बेड का अस्पताल है। डॉ समीर कुमार ने फोन पर हुई बातचीत में कहा कि मंगलवार को अपने परिवार के साथ शहर छोड़ दिया और जब तक सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे वह वापस नहीं लौटेंगे।
उन्होंने कहा कि जब मैंने शहर छोड़ा दो मरीज अस्पताल में भर्ती थे। मैंने अपने डॉक्टर दोस्त को उन्हें देखने के लिए कहा है। इस दौरान कोई नया मरीज भर्ती नहीं किया जाएगा। डॉक्टर समीर ने कहा कि मैं सार्वजनिक जीवन में हूं। हमसे कब कौन मिलने आता है, कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। शहर छोड़ने का कारण डर के साथ ही कुछ निजी काम भी है। हालांकि एक बात स्पष्ट है, जब तक पुलिस की कार्रवाई से यह स्पष्ट नहीं होगा कि मैं और मेरा परिवार सुरक्षित है, शहर नहीं लौटूंगा।
डॉक्टर समीर ने कहा कि सोमवार को आईएमए सचिव डॉ. सुशील कुमार के साथ धनबाद के एसएसपी से मुलाकात की थी और कार्रवाई की मांग की थी। कहा कि पुलिस को सूचना देने के बावजूद पिछले एक महीने से रंगदारी के लिए फोन आ रहे थे। शुरुआत में जब मुझे व्हाट्सएप कॉल आ रही थी तो मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। फिर मुझे गैंगस्टर अमन सिंह के नाम से मेल से एक संदेश मिला। इसमें 1 करोड़ रुपये या मौत का सामना करने की धमकी दी गई। मुझे धनबाद जेल गेट पर जाने को भी कहा गया। मैंने पुलिस को सूचित किया और शिकायत भी दर्ज कराई। मुझे एक बॉडी गार्ड दिया गया जिसे कुछ दिनों बाद हटा दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब मुझे सोमवार को फिर से धमकी मिली तो समझ आ गया कि पुलिस और मीडिया मेरी रक्षा नहीं करेगा। मैं आईएमए सचिव के साथ फिर से एसएसपी से मिला। मुझे फिर से बॉडी गार्ड प्रदान किया गया लेकिन मैं अगले दिन शहर से निकल गया।
वहीं पूरे मामले पर धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने कहा कि वे मामले को सुलझाने के करीब हैं। गैंगस्टर अमन सिंह को दूसरी जेल में स्थानांतरित करने की तैयारी हो रही है। रंगदारी मांगने वाले बदमाश के बारे में सुराग मिल गया है। हम सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। बहुत जल्द गैंगस्टर से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हमने अमन सिंह को दूसरी जेल में स्थानांतरित करने के लिए अदालत के समक्ष आवेदन भी दायर किया है।
एसएसपी ने कहा कि जहां तक डॉक्टर की सुरक्षा का सवाल है, हमने तुरंत बॉडीगार्ड दिया लेकिन वह शहर से बाहर चले गए हैं। हालांकि उन्होंने मुझे बताया कि वह व्यक्तिगत कारणों से जा रहे हैं। एसएसपी ने दावा किया कि अगले एक या दो दिनों में रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी।
डॉक्टर साहब नंबर आपका था लेकिन रंजीत साव को टपका दिया
डॉक्टर साहब, मिलने तो आपसे आ रहे थे। आपका ही नंबर था, लेकिन बीच रास्ते में रंजीत साव मिल गया, तो उसे टपका दिया। अमन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने वाले छोटू सिंह उर्फ आशीष रंजन ने कुछ इसी अंदाज में अपने अंतिम कॉल में शहर के जाने-माने सर्जन डॉ समीर कुमार से एक करोड़ रुपए और हर महीने पांच लाख रुपए रंगदारी मांगी गई थी।