मुंबई:दिवंगत रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा अब ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के नए चेयरमैन होंगे। नोएल का चयन निदेशक मंडल की बैठक में किया गया है। इस नियुक्ति के बाद नोएल नवल टाटा ने कहा- मेरे साथी ट्रस्टियों द्वारा मुझ पर जो जिम्मेदारी डाली गई है, उससे मैं बहुत सम्मानित और आभारी महसूस कर रहा हूं। मैं रतन नवल टाटा और टाटा समूह के संस्थापकों की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं। टाटा ट्रस्ट सामाजिक भलाई के कार्य करने का जरिया है। राष्ट्र निर्माण में हम अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
बता दें कि रतन टाटा (86) का बुधवार रात आयु संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से निधन हो गया था। इसके बाद ही ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के चेयरमैन के पद के लिए उनके उत्ताराधिकारी की तलाश शुरू हुई। उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए टाटा ट्रस्ट बोर्ड की बैठक हुई और नोएल टाटा के नाम पर अंतिम मोहर लगी।
नोएल टाटा के बारे में
नोएल 1999 से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं और खुदरा इकाई ट्रेंट के चेयरमैन हैं, जो वेस्टसाइड तथा जूडियो जैसी श्रृंखला का कारोबार देखती है। इसका बाजार पूंजीकरण दो लाख करोड़ रुपये से अधिक है। वह वोल्टास और टाटा इंटरनेशनल के चेयरमैन भी हैं। नोएल की पत्नी अलू मिस्त्री हैं, जो दिवंगत साइरस मिस्त्री की बहन हैं। अलू मिस्त्री शापूरजी पालोनजी परिवार का हिस्सा हैं, जो 18.4 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ टाटा संस का सबसे बड़ा निजी शेयरधारक है।
टाटा ट्रस्ट्स के बारे में
टाटा ट्रस्ट्स में मोटे तौर पर सर रतन टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट्स और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट शामिल हैं, जिनके पास टाटा संस की नियंत्रक 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा संस, टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग व प्रवर्तक कंपनी है। नोएल, सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के निदेशक मंडल में न्यासी (ट्रस्टी) हैं।