डेस्क:प्रयागराज महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर रेलवे, रोडवेज और एयरपोर्ट ने यात्रियों की भरपूर सेवा की। महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ रही है। प्रयागराज एयरपोर्ट पर 34 फ्लाइट का संचालन हुआ जिसमें लगभग दो हजार लोगों ने सफर किया। वहीं रोडवेज की ढाई हजार बसों से प्रदेश के विभिन्न जिलों में तीन लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा किया। इसके अलावा तीनों जोनल रेलवे ने मिलकर 344 दैनिक व कुम्भ मेला विशेष ट्रेनों का संचालन किया। इनमें से सबसे अधिक 199 ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन से चलाई गईं।
सिविल लाइंस और जीरो रोड बस अड्डा बंद रहा। इसकी जगह नैनी, झूंसी, बेली कछार और नेहरू पार्क में बने अस्थाई बस अड्डों से बसों का संचालन किया गया। पूर्वांचल के लिए झूंसी, मिर्जापुर व मध्य प्रदेश रूट के लिए नैनी तो कानपुर रूट के लिए नेहरू पार्क से गाड़ियां मिलीं। वहीं रायबरेली और लखनऊ रूट के लिए बेली कछार से बसों का संचालन हुआ। सबसे ज्यादा अयोध्या रूट पर 100 से अधिक बसें चलाई गईं।
प्रयागराज महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर रेलवे, रोडवेज और एयरपोर्ट ने यात्रियों की भरपूर सेवा की। महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ रही है। प्रयागराज एयरपोर्ट पर 34 फ्लाइट का संचालन हुआ जिसमें लगभग दो हजार लोगों ने सफर किया। वहीं रोडवेज की ढाई हजार बसों से प्रदेश के विभिन्न जिलों में तीन लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा किया। इसके अलावा तीनों जोनल रेलवे ने मिलकर 344 दैनिक व कुम्भ मेला विशेष ट्रेनों का संचालन किया। इनमें से सबसे अधिक 199 ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन से चलाई गईं।
सिविल लाइंस और जीरो रोड बस अड्डा बंद रहा। इसकी जगह नैनी, झूंसी, बेली कछार और नेहरू पार्क में बने अस्थाई बस अड्डों से बसों का संचालन किया गया। पूर्वांचल के लिए झूंसी, मिर्जापुर व मध्य प्रदेश रूट के लिए नैनी तो कानपुर रूट के लिए नेहरू पार्क से गाड़ियां मिलीं। वहीं रायबरेली और लखनऊ रूट के लिए बेली कछार से बसों का संचालन हुआ। सबसे ज्यादा अयोध्या रूट पर 100 से अधिक बसें चलाई गईं।
इनके अलावा तीन रेलवे जोन उत्तर मध्य रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे ने विशेष ट्रेनों का संचालन किया। 12 जनवरी की रात 12 बजे से इन ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ और अलग-अलग रूटों की ट्रेनें चलने लगीं। कानपुर, पं. दीन दयाल उपाध्याय, मानिकपुर, सतना, लखनऊ, बनारस, चोपन और डीडीयू रूटों पर विशेष ट्रेनों का संचालन हुआ। लाखों श्रद्धालुओं ने सरकारी वाहनों से सफर किया। मकर संक्रांति पर ट्रेनों की संख्या और बढ़ा दी जाएगी। इसी तरह रोडवेज ने भी रिजर्व ने 500 से अधिक बसों का रखा है।