सीहोर:मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने और रेप पीडिता पर समझौता का दबाव बनाने के आरोप लग रहे हैं। यह शिकायत पीड़िता और उसके परिजनों ने पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को लिखित रूप से आवेदन देकर की है। यहां के एक थाने के थाना प्रभारी शैलेन्द्र तोमर पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप में कहा गया है की थाना प्रभारी फरार आरोपी को संरक्षण दे रहे है और समझौते करने का दबाव बना रहे हैं। पीडिता ने एक ओडिया रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपी है जिसमें कथित तौर से थाना प्रभारी पीड़ित पक्ष के साथ अभद्र भाषा में बात करने सुनाई दे रहे हैं। लाइन हिन्दुस्तान इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
जानकारी के मुताबिक, अगस्त माह में एक रेप पीडिता अपने पिता के साथ सीहोर कोर्ट में बयान दर्ज कराने जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने युवती के साथ मारपीट कर अपहरण करने का प्रयास किया। युवती की शिकायत पर थाना दोराहा में भाजपा नेता ग्राम सीलखेडा सरपंच हेमराज मीणा, गोलू मीणा और रोहित मीणा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था। इस घटना को करीब एक माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन आरोपी सरपंच अभी भी फरार है ।
पीडिता युवती का आरोप है कि फरार आरोपी भाजपा नेता हेमसिंह मीणा और आरोपी के परिजन उस पर राजनीमा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। पीड़िता के मुताबिक, वह धमकी देता है और उसके घर में धमकी भरे पत्र भेजता है। पीड़िता का कहना है कि जब वो इस बात की शिकायत करने थाने में गई तब थाना प्रभारी शैलेन्द्र तोमर ने शिकायत न दर्ज करते हुए राजीनामे के लिए दबाव बनाया और हमारे साथ अभद्रता की। पीड़ित पक्ष ने एक ओडियो रिकॉर्डिंग भी एसपी को सौंपी है । पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से इसकी लिखित रूप से शिकायत की है और एक माह से फरार अरोपी भाजपा नेता सरपंच को पकड़ने की मांग की है।
इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी शैलेन्द्र तोमर का कहना ये है की मुझ पर लगाए आरोप झूठे है मैंने किसी प्रकार की कोई अभद्रता नहीं की है। आरोपी की तलाश की जा रही है वही पुलिस अधीक्षक का कहना है की शिकायत प्राप्त हुई है। सरपंच की गिरफ्तारी को लेकर कुछ लोग आये थे। आरोपी की तलाश की जा रही है।