नई दिल्ली:केंद्र सरकार द्वारा आयोजित एक उच्चस्तरीय सर्वदलीय बैठक में बुधवार रात की एयरस्ट्राइक पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की और उन्होंने देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” अभी समाप्त नहीं हुआ है और यह एक सतत प्रक्रिया के तहत जारी रहेगा।
रक्षा मंत्री ने कहा,
“भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयरस्ट्राइक में अब तक कम से कम 100 आतंकवादी ढेर किए जा चुके हैं। यह कार्रवाई पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकियों के खिलाफ की गई है।“
उन्होंने बताया कि एयरस्ट्राइक में कम से कम 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नेस्तनाबूत कर दिया गया है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, अब भी 12 से अधिक आतंकी ठिकाने सक्रिय हैं, जिन पर अगले चरण में कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी रक्षा मंत्री के बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की “जीरो टॉलरेंस नीति” को दर्शाती है।
बैठक में शामिल विपक्षी दलों ने भी सरकार के कदम का समर्थन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा,
“राष्ट्र जब संकट में होता है, तब राजनीति नहीं बल्कि एकजुटता की जरूरत होती है। हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार के साथ खड़े हैं।“
बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि प्रत्युत्तर देने वाली नीति पर चल रहा है। उन्होंने कहा,
“अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करेगा, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। भारत माकूल और निर्णायक जवाब देगा।“
यह बैठक इस बात की मिसाल बन गई कि जब बात राष्ट्र की सुरक्षा की हो, तो सियासी मतभेदों से ऊपर उठकर सभी दल एकजुट हो सकते हैं। आने वाले दिनों में इस ऑपरेशन के अगले चरण को लेकर और भी रणनीतिक घोषणाएं की जा सकती हैं।
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