डेस्क:संभल की जिस शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान पिछले रविवार को हिंसा भड़क उठी थी, उसी को लेकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने एक हलफनामा कोर्ट में दाखिल किया है। एएसआई ने अपने हलफनामे में मस्जिद में अवैध निर्माण की बात कही है। एएसआई ने कहा कि मस्जिद के मूल स्वरूप में अवैध निर्माण से बदलाव किया गया है। एएसआई ने कहा कि मुख्य गुम्बद की छत पर पीछे की ओर नए निर्माण किए गए हैं। बीच वाले आर्च के ऊपर तीन शिखर लगाए गए हैं। यह भी कहा कि जामा मस्जिद की कमेटी के खिलाफ नए निर्माण को लेकर एएसआई की तरफ से रिपोर्ट भी दर्ज कराई जा चुकी है।
हलफनामे में एएसआई ने यह भी कहा कि उनकी टीम को जामा मस्जिद मे दाखिल होने से भी रोका गया है। अंदर नहीं जाने दिया जाता है। कहा कि 1920 से ही इस मस्जिद के संरक्षण और रखरखाव की जिम्मेदारी हमारे पास है। इसके बाद भी हमारी टीम को मस्जिद में जाने से रोका जाता है। इसलिए फिलहाल मौजूदा स्वरूप के बारे में जानकारी हमारे पास नहीं है।
एएसआई ने कोर्ट के बताया कि जब भी मस्जिद का मुआयना करने टीम गई, आपत्ति जताते हुए उसे आगे जाने रोक दिया जाता रहा। इसकी वजह से एएसआई को फिलहाल मस्जिद परिसर में अंदरूनी तौर पर हुए निर्माण कार्यों की कोई जानकारी नहीं है। एएसआई ने 1998 में इस मस्जिद का दौरा किया था। सबसे आखिरी बार इस साल जून में एएसआई अधिकारियों की टीम स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सहयोग से मस्जिद मे दाखिल हो पाई थी