डेस्क:नई दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से खड़े हुए हैं, जहां पर वे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को चुनौती दे रहे हैं। यह बेहद हाईप्रोफाइल सीट है, क्योंकि दीक्षित और केजरीवाल के अलावा इस सीट पर तीसरे बड़े उम्मीदवार पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा हैं। ऐसे में सबकी निगाहें इस सीट पर हैं। इस बीच संदीप दीक्षित ने हाल ही में एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि क्यों कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अपना सीएम फेस घोषित नहीं किया।
न्यूज24 के इस इंटरव्यू के दौरान जब संदीप से यह पूछा गया कि लोगों के मन में लगातार यह सवाल है कि शीला दीक्षित की छवि आपमें दिखती है, वो बोली-वो भाषा आपमें दिखाई देती है, तो कांग्रेस ने आपको मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर क्यों नहीं उतारा। अगर कांग्रेस ऐसा करती तो क्या उसके लिए बेहतर नहीं होता। तो इस सवाल के जवाब में संदीप ने कहा किसी भी पार्टी को अपना सीएम फेस बनाने के लिए एक ऐसे शख्स की तलाश होती है, जिसमें दो खासियत जरूर हों, और उन्हें ऐसा लगता है, कि उनमें ये दोनों गुण नहीं है।
उन जरूरी गुणों के बारे में बताते हुए संदीप दीक्षित बोले- ‘देखिए मुख्यमंत्री का चेहरा कोई भी पार्टी अगर बनाएगी तो उसमें मुझे लगता है, दो गुण होने चाहिए उस व्यक्ति में। एक उस व्यक्ति की संगठन से कनेक्टिविटी होनी चाहिए। मैं करीब 10 साल से राजनीति में रहा हूं, लेकिन मैं दिल्ली में बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं रहा हूं। क्योंकि मेरा एक व्यवसायिक पक्ष भी है, मैं मध्य प्रदेश में एक स्वयंसेवक संगठन ऑर्गनाइजेशन में काम करता हूं, हम लोग खेती-किसानी में एग्रीकल्चर में काम करते हूं, मैं बहुत समय वहां देता हूं, पढ़ाता भी हूं। और कांग्रेस के साथ आता-जाता रहा हूं, कुछ मेरे खट्टे-मीठे संबंध भी रहे हैं पार्टी से, मैं थोड़ा जरूरत से ज्यादा चीजें बोल देता हूं, तो उनता अनुशासित सिपाही नहीं हूं पार्टी का, जितना शायद और लोग होंगे। तो संगठन से मेरा उस तरीके से व्यवहार और संबंध नहीं है।’
आगे उन्होंने कहा कि ‘और दूसरा वही आदमी चेहरा बन सकता है, जो पूरे राज्य में जिसकी पहचान हो और पकड़ हो। मेरा हो सकता है ईस्ट दिल्ली में मैं सांसद रहा हूं, लोग मुझे जानते होंगे, मेरे काम को जानते होंगे, नई दिल्ली में क्योंकि शीला जी यहां रहीं लोग मुझे जानते होंगे, बाकी दिल्ली में सही में क्या लोग मुझे उस तरह से जानते हैं, मुझे नहीं लगता। क्योंकि सिर्फ एक लेगेसी को मैं जैविक रूप से ज्यादा रिप्रेजेंट करता हूं, तो उसका एक एरिया में तो इम्पैक्ट हो सकता है, जैसे मुझे लगता है कि मैंने ईस्ट दिल्ली में बहुत मेहनत से काम किया था, तो ईस्ट दिल्ली तक तो मैं मान सकता हूं। अगर आप कहते कि ईस्ट दिल्ली में आपको सीएम पद का चेहरा बनाना चाहिए, तो मैं कहता शायद हां। लेकिन अगर आप पूरी दिल्ली के बारे में पूछेंगे तो मैं कहूंगा मुझे नहीं लगता कि मैं अभी उस स्तर पर हूं।’