डेस्क:संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क चौतरफा घिरते जा रहे हैं। पहले संभल हिंसा में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई, अब गुरुवार को बिजली विभाग ने उनके यहां छापेमारी की और लोड चेक करने के बाद बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। बिजली विभाग ने के अनुसार बर्क के यहां केवल दो किलोवाट का कनेक्शन लिया गया था, जबकि चेकिंग में उनके घर पर 16 किलोवाट का लोड मिला है। सांसद के पिता पर भी बिजली कर्मचारियों को धमकाने के मामले में केस की तैयारी हो रही है। बताया जाता है कि बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद उनके घर की बिजली भी काट दी गई है।
पखंड अधिकारी संतोष त्रिपाठी की ओर से एंटी थेफ्ट थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार थाना नखासा के के मोहल्ला दीपा सराय की बल्ले की पुलिया निवासी सांसद जियाउर्रहमान के परिसर के दो किलोवाट के घरेलू कनेक्शन की जांच करने पर 16480 वाट बिजली का भार पाया गया है।
मीटर की एमआरआई रिपोर्ट से भी पुष्टि होने पर स्पष्ट हो गया कि मीटर को बाईपास कर अवैध रूप से बिजली का प्रयोग और बिजली की चोरी की गई है। इस के बाद विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत जियाउर्रहमान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
वहीं सांसद के अधिवक्ता कासिम जलाल ने बताया कि घर में 10 किलोवाट का सोलर पैनल और 5 किलोवाट का जनरेटर लगा है। घर में दो एयर कंडीशनर, आधा दर्जन पंखे, एक फ्रिज और लाइटें हैं। घर में केवल चार लोग ही रहते हैं। बिजली कनेक्शन का न्यूनतम फिक्सक्ड चार्ज नियमानुसार जमा किया जा रहा है।
बर्क ने हिंसा मामले में दर्ज एफआईआर को रद करने और गिरफ्तारी पर रोक के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट भी पहुंचे हैं। उनकी ओर से एक रिट याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने और अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने की भी मांग की गई है।
बर्क पर 24 नवंबर को लोगों को भड़काने का आरोप है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा का कारण उनका भड़काऊ भाषण था। रिट याचिका में सांसद ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा है कि उन्हें इस मामले में फंसाया गया है। उनके वकील के अनुसार, वह घटना के दिन शहर में ही नहीं थे।