डेस्क:हाल ही में खत्म हुए संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बीआर आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर जोरदार हंगामा किया। पूरा सत्र हंगामेदार बीता, जिससे सदन की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। अब केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है और साथ ही उम्मीद भी जताई है कि अगले साल का बजट सेशन शीतकालीन सत्र की तरह हंगामेदार नहीं होगा। संसद के मकर द्वार पर हुई धक्का-मुक्की की घटना के लिए राहुल पर हमला बोलते हुए रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के अच्छे इरादे रखने वाले सांसदों को भी विपक्ष के नेता द्वारा नकारात्मक रुख अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
वरिष्ठ बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा, ”मैं ईमानदारी से कहूंगा कि विपक्षी दल भी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं, लेकिन कांग्रेस के एक नेता शायद उन्हें इस तरह के काम करने के लिए मजबूर करते हैं। आप संसद में शारीरिक लड़ाई के लिए नहीं आते हैं, बल्कि वहां मुखर शक्ति दिखाने के लिए आते हैं।” रिजिजू का इशारा राहुल गांधी की ओर था। रिजिजू ने उम्मीद जताई है कि अगले बजट सेशन के दौरान विपक्ष इस तरह की स्थिति को पैदा नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि इस बार विपक्षी दल उनके लीडर्स द्वारा मिसगाइड किया गया। मुझे उम्मीद है कि अगले साल बजट बजट सत्र के दौरान वे इस तरह के हालात पैदा नहीं करेंगे। रिजिजू ने कहा, “हमारे पास संख्याबल है और हमें सरकार चलानी है। हमें देश की सेवा के लिए संविधान में दिए गए दायित्वों को पूरा करना है। कुछ चीजें हैं जो हमें करनी हैं। भले ही विपक्षी दल सदन में व्यवधान डालें, लेकिन हमें कामकाज चलाना ही होगा।”
संसद के मकर द्वार पर हुई धक्का-मुक्की की घटना पर बोलते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि सभी ने देखा वहां क्या हुआ। मकर द्वार ही सांसदों के लिए अंदर जाने का मुख्य दरवाजा है। मैं, प्रधानमंत्री, लोकसभा स्पीकर और अन्य मंत्री दूसरे द्वार से अंदर जाते हैं। मैं मंत्री हूं, इसलिए विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं हो सकता, लेकिन बाकियों ने देखा कि क्या हुआ। कांग्रेस और उनके सहयोगी पिछले कुछ दिनों से तख्तियां लेकर मकर द्वार पर विरोध कर रहे थे। जब कांग्रेस ने लगातार उस द्वार को अवरुद्ध करने की कोशिश की और सीढ़ी क्षेत्र में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, तो बीजेपी सांसदों और एनडीए सांसदों ने भी सोचा कि वहां खड़े होकर कांग्रेस पार्टी के कुकर्मों और आंबेडकर के पिछले सभी अपमानों और कांग्रेस के अन्य असंवैधानिक कार्यों के खिलाफ विरोध करना उचित है। इसलिए, जब हमारी पार्टी के सांसद वहां थे, तो ऐसा लगा कि राहुल गांधी और उनके लोगों ने जबरन अंदर घुसने की कोशिश की। इसलिए वहां राहुल गांधी ने हमारे दो सांसदों को चोट पहुंचाई। मुझे नहीं पता कि राहुल गांधी ने इस तरह से क्यों काम किया है।