डेस्क:बहुचर्चित वक्फ बिल गुरुवार देर रात संसद से पारित हो गया है। बिम्सटेक सम्मेलन में भाग लेने के लिए विदेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वक्फ संशोधन बिल के संसद में पारित होने को ऐतिहासिक लम्हा बताया। पीएम ने कहा कि इस बिल का पारित होना हमारे देश में सामाजिक- आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। थाईलैंड और श्रीलंका की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह कानून विशेष रूप से उन लोगों की मदद करेगा जो लंबे समय से हाशिये पर हैं। कई तरीकों से उन लोगों को आवाज उठाने और बराबरी करने के अवसर से वंचित रखा गया है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके प्रधानमंत्री ने संसद के उन साथियों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने इस संबंध में अपने विचार व्यक्त किए और कानून को मजबूत बनाने के लिए अपना योगदान दिया। पीएम ने लिखा,”उन सभी लोगों का भी धन्यवाद जिन्होंने संसदीय समिति को अपने बहुमूल्य सुझाव भेजे, संसद के पिछले दो दिनों में हमने देखा कि व्यापक बहस और संवाद का क्या महत्व है।”
प्रधानमंत्री ने वक्फ संसोधन विधेयक की महत्वता के बारे में बताते हुए लिखा कि दशकों से वक्फ प्रणाली पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी का पर्याय रही है। इससे खास तौर पर मुस्लिम महिलाओं और गरीब मुसलमानों और पसमांदा मुसलमानों के हितों को नुकसान पहुंचा है। संसद के द्वारा जो कानून पारित किया गया है वह वक्फ में पारदर्शिता को बढ़ावा देंगे.. इतना ही नहीं वह लोगों के अधिकारों की रक्षा भी करेंगे।
पीएम ने कहा कि अब हम एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुके हैं जहां पर बोर्ड का ढांचा अधिक आधुनिक और सामाजिक न्याय के प्रति संवेदनशील होगा। व्यापक रूप से हम प्रत्येक नागरिक की गरिमा को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी तरह हम एक मजबूत, अधिक समावेशी और अधिक दयालु भारत का निर्माण भी कर सकते हैं।