डेस्क:संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। सोमवार को उन्होंने एक संक्षिप्त बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को भी कम करने का आह्वान किया है। उन्होंने बयान में दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने और युद्ध की कगार से पीछे हटने का आह्वान किया है। गुटेरेस ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “दोनों पक्ष कोई गलती न करें। सैन्य समाधान कोई समाधान नहीं है।”
गुटेरेस ने कहा कि वे 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद की कठोर भावनाओं को समझते हैं। उन्होंने दोबारा कहा कि वह उस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा, “नागरिकों को निशाना बनाना हर हाल में अस्वीकार्य है – और जिम्मेदार लोगों को विश्वसनीय और कानूनी तरीकों से न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।”
उन्होंने शांति स्थापना के प्रयासों में दोनों सरकारों को अपने अच्छे कार्याकलाप की पेशकश दोहराई। उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र किसी भी ऐसी पहल का समर्थन करने के लिए तैयार है जो तनाव कम करने, कूटनीति और शांति के लिए नई प्रतिबद्धता को बढ़ावा दे के।”
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से मॉकड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। उससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। समझा जाता है कि उन्होंने प्रधानमंत्री को सशस्त्र बलों की युद्ध तत्परता के बारे में जानकारी दी। यह बैठक वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के एक दिन बाद हुई।
इससे पहले, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने शनिवार को प्रधानमंत्री को अरब सागर के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की समग्र स्थिति से अवगत कराया था। उधर, पाकिस्तान के नौसैन्य अभ्यास के मद्देनजर भारतीय नौसेना अरब सागर में हाई अलर्ट पर है, वहीं भारतीय वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं। रक्षा सचिव के साथ प्रधानमंत्री की बैठक के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। गत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में ‘‘सीमा पार संबंधों’’ का हवाला देते हुए भारत ने हमले में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प जताया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।