भोपाल:कहानी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास रहने वाले सौरभ जैन की है, जो अब मोहम्मद सलीम बन चुका है। राज्य में हिज्ब-उत-तहरीर या HuT के खिलाफ हुई कार्रवाई में उसे भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने हैदराबाद और भोपाल से आतंकवादी गतिविधियों की साजिश की आशंका के चलते करीब 16 लोगों की गिरफ्तारी की है, जिसमें सलीम भी शामिल है। अब पिता अशोक राज वैद्य अपने बेटे के धर्मांतरण के तार इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से जोड़ रहे हैं।
क्या है मामला
9 मई को पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें मोहम्मद सलीम, अब्दुर रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद और मोहम्मद हामिद का नाम शामिल है। 11 मई को भोपाल की विशेष अदालत ने इन पांचों को 19 मई तक रिमांड पर भेज दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक सरकारी वकील ने जानकारी दी कि इन आरोपियों में से तीन धर्मांतरण कर हिंदू से मुसलमान बने थे।
एक ओर सौरभ, मोहम्मद सलीम बना। वहीं, देवी नारायण पंडा (अब्दुर रहमान) और बेनू कुमार (मोहम्मद अब्बास अली) बने। कार्रवाई में पुलिस को इनके पास से कई दस्तावेज भी मिले हैं।
सौरभ कैसे बना सलीम
वैद्य बताते हैं कि कैसे उन्हें लगने लगा कि सौरभ इस्लाम की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया, ‘मैंने साल 2011 में पहली बार सौरभ की गतिविधियों और बहस को महसूस किया। उसने हमारे परिवार के कार्यक्रमों और धार्मिक त्योहारों से दूरी बनाना शुरू कर दिया था। कुछ समय के बाद उसकी पत्नी ने भी इस्लामिक ड्रेस पहनना शुरू कर दिया। उस दौरान मैंने उसे समझाने की कोशिश की थी।’
पेशे से आयुर्वेद डॉक्टर वैद्य बताते हैं कि उन्होंने सौरभ से घर छोड़ने के लिए कह दिया और एक बार पूरी बात पुलिस को भी बताई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भी यह कहते हुए कार्रवाई से इनकार कर दिया था कि सौरभ ने इच्छा से धर्म परिवर्तन किया था।
जाकिर नाइक का एंगल
इस दौरान सौरभ के पिता डॉक्टर कमाल नाम के शख्स का जिक्र करते हैं और कहते हैं कि वह हमेशा कॉलेज के दिनों में उसके आसपास ही रहता था। उन्होंने कहा, ‘बाद में हमें पता चला कि डॉक्टर कमाल जाकिर नाइक का एजेंट है और गिरफ्तार हो चुका है। उसने मेरे बेटे को इस्लामिक नमाज सिखाई।’ वह बताते हैं, ‘सौरभ अपने कंप्यूटर में जाकिर नाइक के भाषण सुनता था। मुझे उसके कमरे से कई इस्लामिक किताबें भी मिलीं। टीवी पर सीरिया की खबरें देखकर वह इस्लाम की बात करता और बताता कि वह क्यों सीरिया के लोगों पर मला कर रहे हैं।’
बच्चों को भेजने लगा था मदरसा
सौरभ की मां वसंती जैन ने कहा कि उनके पोते मदरसा जाने लगे थे। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि उसके कुछ मुस्लिम दोस्त थोड़ा भी उसका साथ नहीं छोड़ते थे और हमेशा आसपास होते थे। जैन ने कहा कि वह कोविड के दौरान मुस्लिम दोस्तों के साथ उनके फ्लैट पर रहने लगा थी और मुझे भी वहां बुला रहा था, लेकिन मना कर दिया।
आतंकी गतिविधियों में शामिल होने से इनकार
सौरभ के माता-पिता दोनों ही उसके आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की बात से इनकार कर रहे हैं। मां का कहना है, ‘मेरी बहू ने मुझे कॉल किया और कहा कि मुझे चिंता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सौरभ ट्रिप पर गया है और उसका फोन बंद है। इससे मुझे शक हुआ। दो दिन बाद मुझे उसकी गिरफ्तारी की खबर मिली।’ उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि उसे गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन मुझे भरोसा है कि मेरा बेटा कोई आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों में शामिल नहीं है।’