श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 5 आतंकियों को मार गिराया है। यह मुठभेड़ गुरुवार से शुरू हुई थी, जिसमें यह बड़ी सफलता मिली है। मारे गए आतंकियों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि गुरुवार की दोपहर को एनकाउंटर शुरू हुआ था। यह मुठभेड़ डीएच पोरा इलाके के सामनो पॉकेट में हुई थी। इसमें राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे। आतंकियों को घेरने के बाद सुरक्षा बलों ने गांव के चारों तरफ लाइट्स लगा दी थीं ताकि इनके भागने की स्थिति में नजर रखी जा सके।
सुरक्षा बलों के सूत्रों का कहना है कि इन आतंकियों को घुसपैठ की कोशिश के दौरान मारा गया है। इससे पहले 15 नवंबर को भी सुरक्षा बलों ने उड़ी सेक्टर में घुसपैठ की एक कोशिश नाकाम की थी। घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने ‘ऑपरेशन काली’ लॉन्च किया था। सेना ने आतंकियों से मुठभेड़ के बाद बताया था कि बशीर अहमद मलिक समेत दो लोगों को मार गिराया गया है। ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की कोशिश में थे।
कश्मीर जोन की पुलिस ने एक्स पर बताया, ‘कुलगाम पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने 5 आतंकियों को मार गिराया है। हथियार बरामद किए गए हैं। ऑपरेशन फाइनल स्टेज में है। फिलहाल पूरे इलाके की तलाशी की जा रही है।’ सुरक्षा बलों ने फिलहाल पूरे इलाके को ही छावनी में तब्दील कर रखा है और कड़ी निगरानी की जा रही है। ऑपरेशन कल से ही शुरू हो गया था, लेकिन रात को कुछ वक्त के लिए रुक गया था। सुरक्षा बलों ने बताया कि शुक्रवार को सुबह फायरिंग के दौरान उस घर में आग लग गई थी, जहां आतंकियों ने डेरा डाल रखा था।
घर में आग लगने के बाद आतंकियों को बाहर निकलना पड़ा और सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया। अनंतनाग के गरोल में 13 सितंबर को हुए एनकाउंटर में तीन अफसरों समेत 4 सैनिक मारे गए थे। इस बड़ी घटना के बाद से ही सेना और पुलिस ने मिलकर एक ऑपरेशन शुरू किया है। इसी के तहत दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकियों का खात्मा और घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया जा रहा है। ऑपरेशन काली के तहत ही 15 नवंबर को उड़ी सेक्टर में दो आतंकी ढेर किए गए थे, जो घुसपैठ की कोशिश में थे।