चहनियां: बाबा कीनाराम के 425वें जन्मोत्सव समारोह के अवसर पर चंदौली पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दे दिया। सीएम योगी ने कहा, संत और योगी सत्ता का गुलाम नहीं होता है। वह हमेशा राष्ट्र और समाज उत्थान के लिए काम करते हैं। करीब 12 मिनट के अपने संक्षिप्त संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि संत और योगी कभी सत्ता के पीछे नहीं भागते बल्कि आमजनमानस उनके पदचिह्नों पर चलकर देश और समाजहित में काम करता है। महान संत बाबा कीनाराम का जिक्र करते हुए सीएम योगी बोले, बाबा कीनाराम ने अपनी साधना से मिली सिद्ध का सदुपयोग देश और लोक कल्याण के लिए किया।
बाबा कीनाराम जन्म से ही दिव्य विभूति के रूप में अवतरित हुए और जीवन पर्यंत सामाजिक समरसता के लिए कार्य किए। उन्होंने छूआछूत जैसे सामाजिक अभिशाप को खत्म कर दलितों को अपना शिष्य बनाया। समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर एक सभ्य समाज की स्थापना में उनका अहम योगदान है। योगी ने कहा, बाबा ने समाज के साथ ही राष्ट्रनिर्माण में बाधा डाल रहे मुगल आक्रांताओं को डांटकर देश से भगाया। कीनाराम ने सभी साधना विधियों को जोड़कर काशी में क्रि कुंड की स्थापना की। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अघोराचार्य बाबा पीठाधीश्वर सिद्धार्थ गौतम राम के साथ बाबा कीनाराम का दर्शन पूजन किए।
वाराणसी में सीएम योगी ने सपा और कांग्रेस पर बोला हमला
वाराणसी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा और कांग्रेस देश की कीमत पर राजनीति करती हैं जबकि हम देश के लिए राजनीति को साधन मानते हैं। उनमें और हमारे में यही अंतर है। पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को याद करते उन्होंने कहा कि सिद्धांतविहीन राजनीति मौत का फंदा है।
मुख्यमंत्री बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल के सभागार में भाजयुमो की प्रदेश कार्यसमिति और सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यशाला भाजपा के सदस्यता अभियान के संदर्भ में आयोजित थी। इसमें 1200 पदाधिकारियों, प्रमुख कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। मुख्यमंत्री बोले, हम सभी एक राष्ट्रवादी मिशन के लिए काम कर रहे हैं। सत्ता हमारे लिए राष्ट्र निर्माण और लोक निर्माण का साधन है। योगी आदित्यनाथ ने आगाह किया कि आने वाले दिनों में हमारे सामने कई बड़ी चुनौतियां होंगी। उनका मिलकर सामना करना होगा। जिन्होंने सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न किया, वे आज फिर से नकाब पहनकर गुनाह करने की मुद्रा में आ गए हैं।
महसूस होता है यूपी का बदलाव
मुख्यमंत्री ने सात वर्ष के कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पहले यूपी की पहचान का संकट था। आज के युवा सात वर्ष पहले और अब के यूपी में बदलाव देखते होंगे। यूपी में तब अराजकता थी। बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, व्यापारियों की हालत खराब थी। कोई निवेश नहीं करना चाहता था। सड़क से लेकर बिजली में भेदभाव होता था। इन सात वर्षों में देश-प्रदेश ने एक नया उत्तर प्रदेश देखा है। यूपी सम्मान प्राप्त कर रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि याद करिए जब हम लोग 2017 में आए थे। तब यूपी जनसंख्या में पहले नंबर और अर्थव्यवस्था के मामले में देश में 7वें नंबर पर था। अब हम दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यूपी देश में नंबर वन अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनेगा।
भर्तियों में कोई भेदभाव नहीं
योगी ने दावा किया किया कि हमने साढ़े छह लाख नौजवानों को नौकरी दी है। अभी 60 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती परीक्षा संपन्न हुई है। अगले दो वर्षों में हम लोग यूपी पुलिस में एक लाख भर्ती करने जा रहे हैं। दो लाख सरकारी पद भरने जा रहे हैं। इसमें कोई भेदभाव नहीं होगा। हम जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम करेंगे।