डेस्क:सरकारी कंपनी के आईपीओ पर दांव लगाकर कमाई करने की चाहत रखते हैं तो आपका ये इंतजार खत्म होने वाला है। दरअसल, सरकारी कंपनी कोल इंडिया की शाखा, सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (CMPDIL) का आईपीओ लॉन्च होने वाला है। कंपनी ने इस आईपीओ के जरिए फंड जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट दाखिल किया। ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कोल इंडिया 7.14 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रहा है।
बता दें कि यह इश्यू पूरी तरह से बिक्री के लिए एक प्रस्ताव है। इसमें CMPDIL कोई नया शेयर जारी नहीं करेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। सेंट्रल माइन प्लानिंग माइन प्लानिंग, कोयला और खनिज अन्वेषण के लिए परामर्श सेवाएं प्रदान करता है और ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, यह भारत में सबसे बड़ी कोयला और खनिज परामर्श कंपनी है।
कोल इंडिया ने दिए थे संकेत
हाल ही में एक बयान में कोल इंडिया की ओर से आईपीओ को लेकर संकेत दिए गए थे। इसके मुताबिक CMPDIL और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) की लिस्टिंग से संबंधित गतिविधियां प्रगति पर हैं।
हालांकि, कोल इंडिया ने अभी तक बीसीसीएल के लिए सार्वजनिक रूप से कागजात दाखिल नहीं किए हैं। कोयला मंत्रालय ने पहले कहा था कि बीसीसीएल और सीएमपीडीआई दोनों की लिस्टिंग होगी, लेकिन इसका समय बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा।
कोयले उत्पादन में कोल इंडिया का दबदबा
भारत में कोयले का लगभग 80 प्रतिशत उत्पादन करने वाली कोल इंडिया लिमिटेड, घरेलू विस्तार के साथ-साथ दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खनिज परियोजनाओं को भी सक्रिय रूप से तलाश रही है।
कंपनी ओडिशा में 16000 करोड़ रुपये की लागत वाली 1600 मेगावाट क्षमता की पिथेड बिजली परियोजना सहित तीन कोयला गैसीकरण परियोजनाओं पर काम कर रही है और इसी तरह की एक परियोजना को दामोदर वैली कॉरपोरेशन के साथ संयुक्त रूप से आगे बढ़ा रही है। वित्त वर्ष 2025 के लिए कंपनी का पूंजीगत व्यय लक्ष्य 17 हजार करोड़ रुपये रखा गया है।