हिंदू धर्म में प्रत्येक माह में आने वाली शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को एकादशी व्रत रखा जाता है। यह दिन जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णुजी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है और जातक के सभी बिगड़े हुए कार्य बनने लगते हैं। पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को सफला एकादशी व्रत रखा जाएगा। दृक पंचांग के अनुसार, 26 दिसंबर को सफला एकादशी है। इस दिन भी देवी लक्ष्मी और विष्णुजी की पूजा करना पुण्यफलदायी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि सफला एकादशी व्रत से व्यक्ति से जाने-अनजाने में हुए पापों से छुटकारा मिलता है और सफलता प्राप्ति के मार्ग खुल जाते हैं,लेकिन सफलता एकादशी के दिन कुछ कार्यों की मनाही होती है। आइए जानते हैं कि सफला एकादशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
सफला एकादशी के दिन न करें ये 10 काम
1.सफला एकादशी के दिन प्याज-लहसुन समेत सभी तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए।
2.एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते को तोड़ने से बचना चाहिए। विष्णुजी की पूजा के लिए एक दिन पहले ही तुलसी का पत्ता तोड़कर रख लें।
3.इस दिन व्रती को अपशब्दों का इस्तेमाल करना से बचना चाहिए।
4.सफला एकादशी व्रत के दिन किसी भी तरह के वाद-विवाद और लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए।
5.इस दिन व्रती को क्रोध से बचना चाहिए और झूठ नहीं बोलना चाहिए।
6. एकादशी व्रत में किसी भी रूप में चावल के सेवन की मनाही होती है।
7. सफलका एकादशी व्रत के दौरान सायंकाल में सोने से बचना चाहिए।
8. इस दिन व्रती को ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए।
9. एकादशी के दिन काले रंग का वस्त्र धारण करने से बचें।
10. एकादशी व्रत में घर की साफ-सफाई का खास ख्याल रखें। इस दिन घर और मंदिर गंदा न हो।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।