शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में लंबे समय से चल रही खटपट के बाद पार्टी के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उन्होंने पार्टी की कार्यकारिणी समिति को सौंपा है। बादल ने अपने नेतृत्व के दौरान मिले समर्थन के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
पार्टी में असंतोष और सुधार की मांग
सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व को लेकर लंबे समय से असंतोष था। कई पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि उनके नेतृत्व में पार्टी अपने मूल उद्देश्यों से भटक गई है। अकाल तख्त साहिब पर भी उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई थीं। बंदी छोड़ दिवस के अवसर पर ज्ञानी रघुबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के कमजोर होते संगठन और इसके उद्देश्यों से भटकने पर सवाल उठाए थे।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा, “पंजाब की स्थिति खराब है। हमारे युवा जेलों में हैं, कृषि संकट में है और चंडीगढ़ का हिस्सा हरियाणा को दिया जा रहा है। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए यह बदलाव जरूरी था। सुखबीर बादल के इस्तीफे के बाद अब शिअद को अपनी खोई हुई ताकत वापस पाने का मौका मिलेगा।”
कार्यकारी अध्यक्ष संभाल रहे हैं भुंडर
मौजूदा वक्त में वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भुंडर कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पार्टी का प्रबंधन कर रहे हैं। भुंडर बादल परिवार के करीबी माने जाते हैं। उनके कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी में संतुलन बनाने और सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई है।
नए अध्यक्ष की तलाश
सुखबीर बादल के इस्तीफे के बाद अब शिरोमणि अकाली दल की कार्यकारिणी समिति जल्द ही नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए बैठक करेगी। यह माना जा रहा है कि पार्टी के युवा और वरिष्ठ नेताओं के बीच संतुलन बनाकर नए नेतृत्व को तैयार किया जाएगा।