मुंबई:एनसीपी प्रमुख शरद पवार की सुरक्षा में चूक प्रकरण पर मुंबई पुलिस ने 107 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि महाराष्ट्र स्टेट रोड़ ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (MSRTC) के कर्मचारियों ने पवार के घर धावा बोल दिया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार के आवास की ओर जूते-चप्पल भी फेंके। इस मामले में सीएम उद्धव ठाकरे और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख प्रकट किया। ठाकरे ने पवार से फोन पर बात की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा जताया।
दरअसल, शुक्रवार को MSRTC के सैंकड़ों कर्मचारियों ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले को उन्हीं के घर के बाहर घेर लिया। बताया जा रहा है इस दौरान कुछ लोगों ने सुप्रिया सुले के साथ बदतमीजी भी की। इन प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार के घर की ओर चप्पल और जूते भी फेंके। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 107 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा किया है। कुछ को गिरफ्तार भी किया गया है।
घटना के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से फोन पर बात की और हाल चाल जाना। ठाकरे ने पवार को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया। इस घटना पर भाजपा नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी दुख जताया है।
क्या है मामला
MSRTC कर्मचारी पिछले साल नवंबर से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। उनकी मांग है कि उनके विभाग को राज्य सरकार के अंतर्गत लाया जाए और उन्हें राज्य सरकार के कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रदर्शनाकारी कर्मचारियों से कहा था कि वो 22 अप्रैल तक ड्यूटी ज्वाइन कर लें। हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब ने सभी प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को भरोसा दिलाया था कि अगर वो सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से पहले ड्यूटी ज्वाइन करते हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। इस बीच प्रदर्शनकारी कर्मचारी मुंबई में शरद पवार के घर सिल्वर ओक के सामने पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे।